अंधेरे से मुक्ति दिला दो साहब, मुख्यालय से लगी ग्राम के एक वार्ड के रहवासी मोमबत्ती की रोशनी में गुजार रहे जीवन

बालाघाट. इसे दिया तले अंधेरा कहे या फिर आजादी के इतने साल बाद भी कोसमी में निवासरत 30 से 40 परिवारों का दुर्भाग्य, मुख्यालय से सटी पंचायत में रहने के बावजूद उन्हें अंधेरे में जीवन गुजारना पड़ रहा है.  कोसमी पंचायत में निवासरत वृद्धा सुकवारा बाई यादव की मानें तो विगत 15 वर्षो से वह वार्ड में निवासरत है लेकिन कई बार आवेदन, निवेदन करने के बाद भी वार्ड में बिजली सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण रहवासी बिजली नहीं होने से मोमबत्ती की रोशनी में जीवन गुजार रहे है, बच्चे मोमबत्ती की रोशनी में पढ़ाई कर रहे है. जिससे लगता है कि अंतिम छोर के हम रहवासियों के लिए किसी के पास कोई दवा नहीं है, जो हमारा यह दुःख दूर कर सके.  कोसमी पंचायत के इस वार्ड के रहवासियों की समस्या कथित विकास का दावा करने वालों के लिए एक आईना है, जो बताता है कि विकास कहां तक पहंुचा है.  

फिलहाल एक बार फिर कोसमी के वार्ड नंबर 11 शिवाजी नगर के निवासियों ने बिजली सुविधा दिलाये जाने की मांग प्रशासन से की है. हालांकि रहवासी पहली बार प्रशासन की चौखट पर नहीं पहुंचे है, रहवासियों की जुबानी पर यकीन करें तो कई बार वे, यहां आकर बिजली की मांग कर चुके है लेकिन प्रशासन नहीं सुन रहा है. हम दूरस्थ अंचलो में सोलर पैनल से बिजली पहुंचाने की बात का रहे है, वहां शहर से सटभ् पंचायत में कुछ परिवार, बिजली नहीं होने से मोमबत्ती की रोशनी में जी रहे है. जो विरोधाभाष नहीं तो क्या है. एक बार फिर रहवासियों की समस्या से अनजान प्रशासनिक अधिकारियों से नाराज रहवासियों ने कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा. जिन्होंने वार्ड में विद्युत सुविधा प्रदान कर अंधकार से मुक्ति दिलाए जाने की मांग की. इस दौरान रहवासी परिवार सहित कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे.  


Web Title : GET RID OF DARKNESS SIR, RESIDENTS OF A WARD OF THE VILLAGE ADJACENT TO THE HEADQUARTERS ARE LIVING IN THE LIGHT OF CANDLES.