लालबर्रा के घोटी सरपंच पर शासन के नियमों का उल्लंघन का आरोप, फिशमेन संघ ने की शिकायत, पट्टे पर ना देकर तालाब कर दी नीलामी

बालाघाट. शासन के नियमों के तहत गांव के तालाब को मत्स्य पालन करने वाली समिति को लीज पर प्रदान करना चाहिये, लेकिन जिले में देखने में आ रहा है कि नवनिर्वाचित सरपंच, जानकारी के अभाव में पंचायत क्षेत्र के तालाबों को नीलाम कराया जा रहा है. चिंतनीय यह है कि नियमों के जानकार, सचिवों द्वारा इस मामले में सरपंच को नियमों की जानकारी प्रदाय नहीं की जा रही है. जिसको लेकर जिले में फिशरमेन संघ में आक्रोश का माहौल है और उन्होंने नियमों के तहत मछुआ सहकारी समिति को पंचायत के तालाब को मत्स्य पालन के लिए पट्टे पर नहीं दिये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शासन के नियमों का उल्लंघन करने वाले सरपंचो पर कार्यवाही नहीं किये जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जिसमें मां शारदा मछुआ सहकारी समिति ददिया ने ग्राम पंचायत घोटी (लालबर्रा) के सरपंच, सचिव पर नियमों की अनदेखी कर खाती तालाब को पट्टे पर ना देकर नीलाम किये जाने का आरोप लगाया है. जिसमें उन्होंने प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है.

जिला फिशरमेन अध्यक्ष साधुलाल और अन्य की मानें तो लालबर्रा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत घोटी के सरपंच द्वारा मनमर्जी से ग्राम घोटी के नवनिर्मित खाती तालाब को खुलेआम नीलाम करवाकर गैर मछुआ व्यक्ति को बेच दिया. जबकि नियमानुसार परंपरागत रूप से मत्स्य पालन करने वाले मछुआ सहकारी समिति को तालाब पट्टा पर दिया जाना चाहिये था. उन्होंने कहा कि नियमों की धज्जियां उड़ा रहे सरपंच की दबंगता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब मत्स्य पालन उपसंचालक शशिप्रभा धुर्वे ने इस विषय पर चर्चा की तो सरपंच ने उल्टा जवाब देते हुए कहा कि यह हमारी पंचायत का तालाब है, हम इसको लेकर अपना निर्णय स्वयं ले सकते है.  

जिला फिशरमेन संघ की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि इस मामले की एसडीएम वारासिवनी और जांच अधिकारी बीपीओ द्वारा इस मामले में अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गईं. जिला फिशरमेन ने कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा से मांग की है कि नीलामी किये गये तालाब के नीलाम होने की कार्यवाही को निरस्त कर मां शारदा मछुआ सहकारी समिति को 10 वर्ष के लिए पट्टे पर दिलाया जायें. अन्यथा इसके खिलाफ मछुआरा समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा.


Web Title : GHOTI SARPANCH OF LALBARRA ACCUSED OF VIOLATING GOVERNMENT RULES, FISHMEN ASSOCIATION COMPLAINED, DID NOT GIVE IT ON LEASE AND AUCTIONED THE POND