अतिथि शिक्षको को गुरूजी पात्रता परीक्षा की तरह परीक्षा लेकर नियमित किया जायें, अतिथि शिक्षकों ने बैठक कर बनाई आंदोलन की रणनीति

बालाघाट. यह शिक्षा के लिए बुरी खबर है कि जहां अध्यापक साथी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है, वहीं शालाओं में अतिथि शिक्षकों के भरोसे संचालित स्कूलो के अतिथि शिक्षक भी अब अपनी मांगो को लेकर वृहद आंदोलन की रणनीति तैयार कर रहे है और आगामी अक्टूबर माह में आंदोलन पर जाने की बात कर रहे हैं.

कर्मचारी भवन में अतिथि शिक्षक संघ राकेश गौतम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में 2018 से की जा रही मांगो के निराकरण नहीं होने पर आगामी समय में भोपाल स्तर पर किये जाने वाले आंदोलन की रणनीति तैयार की गई.

इस दौरान संरक्षक सुरेश अगासे, कार्यकारी जिलाध्यक्ष मुनेन्द्र बोरकर, महेश राहंगडाले, कोषाध्यक्ष संतोष सिंगरे, मीडिया प्रभारी सुधीर बंसोड़, उपाध्यक्ष भागेश्वर कावड़े, सचिव चंद्रशेखर दुरूगकर, आशीष पटले, उमाशंकर सुलाखे, विजय कुमार बिसेन सहित सदस्य सचिन गोले, रविन्द्र शांडिल्य, सतीश भालाधरे, लक्ष्मीप्रसाद सोनवाने, सुरेश अगासे, दिनेश कुमार लिल्हारे, अयोध्यानाथ राऊत, शिवलाल पंद्रे, पंकज डोंगरे, कु. फिजा अहमद सहित अन्य साथी उपस्थित थे.  

जिलाध्यक्ष राकेश गौतम ने बताया कि अतिथि शिक्षक, पूरी मेहनत कर स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहा है, लेकिन उसके ऐवज में उसे मानदेय नहीं बल्कि दिन के हिसाब से राशि प्रदाय की जाती है. जबकि आगामी समय में त्यौहारों के अवकाश में, ऐसे में उसे अवकाश की राशि प्रदाय नहीं की जाती है. जिससे अतिथि शिक्षकों के जीविकोपार्जन को लेकर आर्थिक समस्या हमेशा बनी रहती है. विगत 2018 से अतिथि शिक्षक, गुरूजी पात्रता परीक्षा की तरह परीक्षा लेकर नियमितिकरण की मांग कर रहे है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हमारी मांग है कि हमें पूरे 12 महिने का काम दिया जायें और 62 वर्ष तक अतिथि शिक्षकों की सेवायें ली जायें. उन्होंने कहा कि नियमानुसार जो अतिथि शिक्षक पढ़ाते आ रहे है, उन्हें ही स्कूलो में रखना है लेकिन ऐसा नहीं किया जाता है. अध्यक्ष गौतम ने बताया कि आगामी अक्टूबर माह में किये जाने वाले वृहद आंदोलन को लेकर आज बैठक की गई है. जिसमें आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई.


Web Title : GUEST TEACHERS SHOULD BE REGULARIZED BY TAKING EXAMS LIKE GURUJI ELIGIBILITY TEST, GUEST TEACHERS HELD A MEETING AND MADE A STRATEGY OF AGITATION