वेतन समझौता नहीं तो काम नहीं, दूसरे दिन भी भरवेली मॉयल में कामकाज रहा ठप्प, उत्पादन नहीं होने से करोड़ो का नुकसान

बालाघाट. जिले की सबसे बड़ी भरवेली मॉयल में वेतन समझौते की मांग पर अड़े मॉयल श्रमिक और कामगारों के काम बंद आंदोलन के कारण कामकाज पूरी तरह से ठप्प पड़ गया है. भरवेली मॉयल से मैंगनीज का उत्पादन बंद हो गया है. जिससे कंपनी को करोड़ो का नुकसान उठाना पड़ा है. गत 4 जून को वेतन समझौते को लेकर मॉयल कामगार संगठन के आव्हान पर मॉयल श्रमिकों और कामगारों की हड़ताल आज 5 जून को दूसरे दिन भी जारी रही.  

श्रमिक और कर्मचारी ‘वेतन समझौता नहीं तो काम नहीं’ को लेकर आंदोलन में डटे है. दो दिनों से भरवेली मॉयल में उत्पादन नहीं होने से लगभग दो करोड़ का नुकसान का आंकलन लगाया जा रहा है. मॉयल कामगार संगठन के नेतृत्व में काम बंद आंदोलन कर रहे श्रमिकों और कर्मचारियांे का कहना है कि वह विगत 3 सालों से वे, वेतन समझौता का इंतजार कर रहे है लेकिन कंपनी द्वारा वेतन समझौते को लेकर टालमटोल किया जा रहा है. जिससे श्रमिकों और कर्मचारियों में आक्रोश है और अपने इसी आक्रोश को जाहिर करने वह शांतिपूर्ण ढंग से काम बंद आंदोलन कर रहे है.  

भरवेली मॉयल में श्रमिकों और कर्मचारियो की हड़ताल के कारण झिक सेक्शन, आईएमबी प्लांट, अंडरग्राउण्ड प्लांट, ओसीएफ प्लांट, फेरो प्लांट में मॉयल श्रमिक और कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कामकाज लगभग बंद जैसा है, हालांकि निजी ठेकेदार के आदमी कार्यरत है लेकिन मॉयल में मॉयल श्रमिकों और कर्मचारियों की बड़ी संख्या है, जिनके काम नहीं करने से कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो गया है. इसके अलावा मॉयल से संबंधित विभिन्न विभागों में कर्मचारियों के काम बंद कर दिये जाने से वहां भी काम पूरी तरह से बंद है. जिससे भरवेली मॉयल को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

तीनो शिफ्ट में बंद रहा काम

बताया जाता है कि वेतन समझौते को लागु करने की मांग पर अड़े मॉयल श्रमिकों और कर्मचारियों के काम बंद हड़ताल के असर मॉयल में दिन-रात के दौरान होने वाली तीन शिफ्ट का काम पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. मॉयल में काम के दौरान लगने वाली तीनो शिफ्ट में काम बंद है. जिससे माईंस के उत्पादन से लेकर उसके सफाई कार्य पर बुरा असर पड़ा है. मॉयल कामगार संगठन के सचिव ने कहा कि जब तक मॉयल प्रबंधन, मॉयल श्रमिकों और कर्मचारियों के वेतन समझौते के लागु करने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि मॉयल प्रबंधन द्वारा वेतन समझौते में की जा रही देरी से श्रमिकों और कर्मचारियों का आक्रोश निरंतर बढ़ता जा रहा है और श्रमिक एवं कर्मचारी वेतन समझौता नहीं तो काम नहीं को लेकर काम बंद कर अपना शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कर रहे है. उन्होंने कहा कि जब तक वेतन समझौते को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की जाती है, तब तक श्रमिक और कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा.

नहीं मिला मॉयल प्रबंधन का पक्ष

भरवेली मॉयल में दूसरे दिन भी मॉयल श्रमिकों और कर्मचारियों के आंदोलन को लेकर, मॉयल प्रबंधन का पक्ष जानने का प्रयास किया गया. मॉयल प्रबंधक उम्मेदसिंह भाटी के दोनो मोबाईल नंबर पर कॉल कर उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया, किन्तु दोनो ही नंबरो के बंद होने से उनसे चर्चा नहीं हो सकी. वहीं उनके व्हाट्सअप नंबर पर मैसेज करके भी पक्ष लेने का प्रयास किया गया लेकिन उनके द्वारा कोई उत्तर नहीं दिया गया.  

Web Title : IF THE WAGE AGREEMENT IS NOT WORKING, THE SECOND DAY ALSO THE WORK IN BHARVELI MOIL WAS STALLED, THE LOSS OF CRORES DUE TO NO PRODUCTION.