मैदान और मैदान के बाहर बालिकाओं का हथियार है कराते-एसआई वसुंधरा शुक्ला

बालाघाट. खेल विभाग द्वारा 1 मई से मुलना मैदान के कराते हॉल में आत्मरक्षा के लिए ग्रीष्मकालीन कराते प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. खास बात यह है कि इसमें बालिकाओं की संख्या बालको की तुलना में अधिक है. खेल अधिकारी के मार्गदर्शन में चल रहे इस प्रशिक्षण में सुबह लगभग 75 और शाम के समय लगभग 65 बालक, बालिकाएं शिविर में आत्मरक्षा के लिए कराते का प्रशिक्षा ले रहे है.  

जिला खेल अधिकारी कृष्ण कुमार चौरसिया ने बताया कि मंगलवार को प्रशिक्षणार्थियों का हौसला बढ़ाने शिविर में खेल विभाग कराटे सेंटर के पुराने कराटे खिलाड़ी एवं वर्तमान में पुलिस विभाग रेडियो वायरलैस बालाघाट में सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ वसुंधरा शुक्ला एवं सब इंस्पेक्टर वैशाली कुथे ने खिलाड़ियों को साइबर क्राइम, महिला अपराध, आत्मरक्षा शिविर, बेड टच-गुड टच एवं डायल 100 आदि के बारे में जानकारियां प्रदान की. साथ ही किसी भी अप्रिय घटना या अप्रिय व्यवहार होने पर अपने अभिभावकों को इसकी जानकारी देने की सलाह दी. दोनों ही एसआई ने खिलाड़ियों से मैदान और आत्म सुरक्षात्मक खेलों से जुड़े रहने की बात कही. प्रशिक्षक सजिन्द्र कृष्णन ने बताया कि खिलाड़ियों को कराते आत्मरक्षा के साथ प्रशिक्षण के अंत में प्रतिदिन जुंबा डांस कराया जाता है. जिससे खिलाड़ियों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है.  


Web Title : KARATE IS A WEAPON FOR GIRLS ON AND OFF THE FIELD: SI VASUNDHARA SHUKLA