आदिवासियों के हत्यारे को फांसी दी जाये-कोर्राम, अनुसूचित जनजाति अनुसूचित अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक मंच ने सौंपा ज्ञापन

बालाघाट. सिवनी जिले के कुरई थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया में कथित गौमांस के शक में दो आदिवासियों की हत्या और एक को गंभीर रूप से घायल करने का आरोप बजरंग दल और श्रीराम सेना के लोगो पर लगा है. जिसके बाद से आदिवासी संगठन आंदोलित हो उठा है और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी किये जानेे और आरोपियोें को कड़ी से कड़ी सजा दिलाये जाने की मांग उठ रही है. जिसको लेकर 5 मई को अनुसूचित जनजाति अनुसूचित अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक मंच ने महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर हत्यारों को फांसी दिये जाने की मांग की है.

मंच ने दिये ज्ञापन में कहा है कि ग्राम सिमरिया में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा दो आदिवासियों की सुनियोजित हत्या में आरोपियों पर दंडात्मक कार्यवाकी जायें और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और न्याय दिलाया जाये.  

सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम ने कहा कि 2 मई 2022 रात 2रू30 बजे खुरई थाना क्षेत्र सिमरिया गांव में गाय काटने के शक में बजरंग दल एवं श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने 3 आदिवासियों को लाठियों से मार-मार कर दो लोगों की हत्या कर दी तथा एक को घायल किया गया. जो आदिवासियों के साथ बर्बरता की बड़ी वारदात है. यह एक नृशंस हत्या है, प्रदेश में ऑन द स्पॉट ऐसी घटनाओं को अंजाम देने, प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोलता है. जिसमें लीपापोती की जा रही है लेकिन मामले में लीपापोती बर्दाश्त नहीं की जायेगी और अंतिम समय तक आरोपियों को सजा दिलाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने हमारा संघर्ष जारी रहेगा.

उन्होंने आरोपियोें को फांसी की सजा देने की वकालत करते हएु कहा कि ऐसी ताकतों को संरक्षण देने वालो का भी पर्दाफाश किया जायें. लगातार प्रदेश में आदिवासी, अल्पसंख्यक और ओबीसी के साथ घटनायें हो रही है लेकिन सरकार यह ना सोेचे की अब कुछ नहीं होगा, हम अब लामबंद हो चुके है. यदि सरकार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो इसके खिलाफ सड़क पर उतारकर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.

मंच संस्थापक जुनेेद अहमद खान ने कहा कि आज गाय की कीमत इंसान से कम हो गई है. आज जगह पर फैसला हो रहा है, जो सिवनी के कुरई थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया की घटना से परिलक्षित होता है. लेकिन हमारा मंच अब चुप नहीं रहने वाला है, इस मामले को लेकर आगे भी आवाज बुलंद की जायेगी और यह सांकेतिक आंदोलन है, इंसाफ नहीं मिलता है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा.

इस दौरान राजेश मरार, हाजी शोएब खान, असरार मदनी, रमा तेकाम, संजू सैयाम सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग उपस्थित थे.


Web Title : KILLER OF TRIBALS TO BE HANGED KORRAM, SCHEDULED TRIBE SCHEDULED OTHER BACKWARD CLASSES AND MINORITIES FORUM SUBMITS MEMORANDUM