लामता अब कहलायेगी तहसील, तहसील कार्यालय का शुभारंभ

बालाघाट. लामता को तहसील बनाए जाने के प्रस्ताव को गत 4 अक्टूबर को आयोजित मध्य प्रदेश कैबिनेट में स्वीकृति प्रदान की गई. पूर्व मे तहसील बनाए जाने के संबंधी सूचना का प्रकाशन मध्यप्रदेश राज पत्र  4 अगस्त 2023 को कर दिया गया था, जिसको लेकर दावे आपत्ति के लिए 30 दिवस की अवधि के अवसान होने के पश्चात प्रस्ताव स्वीकृत के लिए केबिनेट में रखा गया. जिस पर कैबिनेट ने अपनी मोहर लगा दी.

मंत्री श्री कावरे ने कहा कि लामता को तहसील बनाना हमारा लक्ष्य था. लामता क्षेत्र की जनता को तहसील संबंधी कार्यों के लिए बालाघाट नहीं आना पड़ेगा. लामता में ही उनके काम आसानी से हो जाएंगे. मैं मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं. जिन्होंने 22 फरवरी को लामता की सभा में मेरे प्रस्ताव पर लामता को तहसील बनाए जाने की घोषणा की थी. उनकी घोषणा आज पूरी हुई है.

जिसके लिए लामता की जनता को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं. उनके प्यार और दुलार की बदौलत में चुनाव जीत पाया और आज प्रदेश सरकार में मंत्री हूं. जिस कारण से लामता को तहसील बनाया जाना संभव हो सका है. मैं मंत्री नहीं होता तो लामता को तहसील बनाने में बहुत कठिनाई होती. नवीन तहसील लामता  में कुल 16 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे, उत्तर में मंडला जिले की नैनपुर तहसील पूर्व में जिले की परसवाड़ा तहसील दक्षिण में जिले की बालाघाट तहसील और पश्चिम में सिवनी जिले की केवलारी तहसील होगी.

गौरतलब हो कि उप तहसील को तहसील का दर्जा दिये जाने की मांग क्षेत्रीय जनता नगरवासियों के साथ लगातार रेल यात्री सुविधा एवं क्षेत्रीय विकास समिति लामटा द्वारा की जाती रही है. जिसके पूरा होने पर अध्यक्ष हुलासमल कोचर, जनरल सेक्रेटरी रामकुमार असाटी, संयोजक अनिरुद्ध जायसवाल, सुशील कोचर, गणेश असाटी, अभिषेक गुप्ता, सुनील पाठक, आशीष जैसवाल, मोनू असाटी कृष्ण कुमार मानेश्वर, मुकेश चौरसिया, नगरवासियों भा. ज. पा. कार्यकर्ता एवं क्षेत्रीय जनता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे का आभार व्यक्त किया है.  

Web Title : LAMTA WILL NOW BE CALLED TEHSIL, TEHSIL OFFICE INAUGURATED