नक्सलियों की दहशत या सुरक्षा की चिंता, नहीं चली लांजी से चलने वाली तीन बसे, ठेकेदारों ने किया काम बंद

बालाघाट. हाल ही में एक सप्ताह के भीतर टांडा और मलाजखंड दलम के नक्सलियों ने जिले के तीन अलग-अलग थाना क्षेत्र में निर्माण कार्यो में लगी मशीनों में आगजनी कर 10 दिसंबर को मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य बंद का आव्हान किया था. पुलिस के अनुसार नक्सलियों का यह बंद आंदोलन नक्सल प्रभावित क्षेत्र बालाघाट में बेअसर रहा. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आशुतोष राय ने बताया कि 10 दिसंबर को गांवो में जहां-जहां भी साप्ताहिक बाजार लगते वह खुले रहे और लोगों बाजारो में पहुंचे. नक्सलियों के बंद आव्हान के मद्देनजर जिले मंे पर्याप्त सुरक्षा बल जंगलो में सर्चिंग और एरिया डॉमिनेशन कार्यवाही कर रही है.  

नक्सलियों द्वारा लगातार निर्माण कार्यो में लगी मशीनों में आगजनी करने और 10 दिसंबर को बंद आव्हान का असर कहे कि यात्रियों और बसों की सुरक्षा के मद्देनजर लांजी से होकर देवरबेली, मछुरदा, सालेटेकरी होते हुए दमोह तक जाने वाली और बैहर से इसी मार्ग से लांजी तक आने वाली तीन बसों का परिवहन बंद रहा. वहीं नक्सलियों की घटना के बाद नक्सल प्रभावित क्षेत्र में काम कर रहे ठेकेदारों ने काम बंद कर दिया है. ठेकेदार एशोसिएशन जिलाध्यक्ष युनुस खान ने कहा कि लगातार हो रही घटना से संगठन क्षुब्ध है, उन्होंने नक्सलियों से अपील करते हुए कहा कि संवैधानिक रूप से नक्सली अपनी बात शासन, प्रशासन तक पहुंचाये और उसे सुलझाये. शासन के निर्माण कार्य को प्रगति देने और जनहित में ठेकेदार काम करता है, उन्हें किसी से कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के साथ ठेकेदार काम नहीं कर सकता है, सरकार ठेकेदारों के साथ है तो उनकी अनुबंध शर्तो को शिथिल करें, ताकि ठेकेदार ऐसी घटनाओं के बाद भी काम करने के लिए प्रोत्साहित हो. उन्होंने बताया कि अभी ठेकेदारों ने काम बंद कर दिया है.  


Web Title : NAXALITES PANIC OR SECURITY CONCERNS, THREE LANJI RUN BUSES NOT RUN, CONTRACTORS STOP WORK