नक्सली जिले में फैला रहे दहशत, फिर निर्माण कार्य में लगे डामर प्लांट, जेसीबी, रोडरोलर और मोटर सायकिल में लगाई आग, एक सप्ताह में तीसरी बड़ी वारदात

बालाघाट. जिले में पुलिस और सुरक्षाबलों की लगातार सर्चिंग के बावजूद नक्सली आगजनी की घटनाओं को अंजाम देकर जिले में दहशत फैला रहे है. बीती रात नक्सलियों ने एक सप्ताह के भीतर तीसरी बड़ी वारदात को अंजाम देकर रूपझर थाना के बिठली चौकी अंतर्गत पाथरी मार्ग पर मंडवागांव में सड़क किनारे निर्माण कार्य के बने डामर प्लांट, वहां रखी जेसीबी, रोडरोलर और मोटर सायकिल को आग लगा दी और 10 दिसंबर को तीनो राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ बंद का आव्हान किया है, नक्सली बैनर और पोस्टर के माध्यम से अपने नेता मिलिंद तेलबुंडे की मौत का निषेध कर रहे है, जिससे लगता है कि गढ़चिरौली की घटना के बाद बौखलाये नक्सली, बालाघाट को टारगेट कर रहे है, चूंकि बीते 4 से 8 दिसंबर की दौरान नक्सलियों ने जिले के तीन अलग-अलग थाना क्षेत्र में निर्माण कार्यो में लगी मशीनरी में आगजनी की घटना को अंजाम दिया है. खास बात यह है कि तीनो ही स्थानो पर बैनर और पर्चे उसी तरह लटकाये और फेंके गये है. जिससे साफ है नक्सली अपने नेता की मौत का निषेध और बंद आह्रवान को सफल करने अपनी आमद दर्ज कराकर दहशत फैला रहे है. वहीं लगातार एक के बाद एक घटनाओं के होने और इसके बारे में कोई इनपुट पुलिस को नहीं मिलने से पुलिस के मुखबिर और सूचना तंत्र पर भी सवाल खड़े हो रहे है, हालांकि हर बार की तरह इस घटना के बाद भी पुलिस सुरक्षा और सर्चिंग की बात कर रही है.

नक्सलियों के लगातार घटना किये जाने से नक्सली क्षेत्र में काम करने वाले ठेकेदारो में भय का माहौल देखा जा रहा है, हालांकि ठेकेदार खुलकर कुछ नहीं बोल रहे है लेकिन ऐसी चर्चा सुनाई देने लगी है कि ठेकेदार नक्सलियों की घटना के बाद काम को लेकर चितिंत है, हालांकि गत दिवस ही कानून व्यवस्था की बैठक में नक्सली क्षेत्र में होने वाले कार्यो में सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया था, बावजूद इसके नक्सली अपने मंसुबो को पूरा कर पुलिस से आगे की रणनीति पर काम करने लगे है.  

बीते 8 दिसंबर की रात रूपझर थाना अंतर्गत बिठली चौकी के पाथरी मार्ग पर मांडवा गांव में स्थित डामर प्लांट और वहां खड़ी जेसीबी, रोडरोलर और मोटर सायकिल को 12 से 15 की संख्या में आये सशस्त्र नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. बताया जाता है कि इस दौरान वहां कुछ मजदूर थे, जिनके पास से मोबाईल लेकर नक्सलियों ने उन्हें भगा दिया. हालांकि इस दौरान किसी अन्य वाहन के आने के बाद उसको सकुशल भगा देने की बात भी कही जा रही है, लेकिन ऐसा संभव है, ऐसा प्रतित नहीं होता है. बताया जाता है कि नक्सलियों की संख्या 15 से 30 के बीच थी और तीनो ही घटनाओं को एक ही दलम ने अंजाम दिया है. बहरहाल इस घटना के बाद एक बार फिर पुलिस ने जिले में सुरक्षा को बढ़ाकर सर्चिंग तेज कर दी है.  

गौरतलब हो कि इससे पूर्व 4 दिसंबर की सुबह बिरसा थाना अंतर्गत कोरका में सड़क निर्माण में लगी रोडरोलर मशीन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था. वहीं 6 दिसंबर की रात किरनापुर थाना अंतर्गत किन्ही चौकी से लगभग 15 किलोमीटर दूर चल रहे बोदलझोला से कलकत्ता के बीच बन रही सीसी सड़क निर्माण कार्य में लगे ट्रेक्टर और मिक्चर मशीन को नक्सलियांे ने आग के हवाले कर दिया था और 8 दिसंबर की रात फिर सशस्त्र नक्सलियों ने  बैनर और पर्चे टांगकर प्लांट और मशीनों को जला दिया.


Web Title : NAXALITES SPREAD PANIC IN THE DISTRICT, THEN FIRE AT ASPHALT PLANT, JCB, ROADROLLER AND MOTORCYCLE, THIRD MAJOR INCIDENT IN A WEEK