राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिकाओं को गर्म कपड़ो का वितरण,लड़के और लड़कियों में भेदभाव से जागरूक होने की जरूरत-डॉ. रमेश सेवलानी

बालाघाट. प्रतिवर्ष 24 जनवरी को देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. इस दिवस की शुरुआत महिला एवं बाल विकास, भारत सरकार ने वर्ष 2008 में की थी. इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसमें सेव द गर्ल चाइल्ड, चाइल्ड सेक्स रेशियो और बालिकाओ के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षित वातावरण बनाने सहित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते है. बेटियों को प्यार और बेटे एवं बेटियों में भेदभाव से जागरूक करने जिले में पीड़ित मानवता के सेवार्थ कार्य में जुटे आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. रमेश सेवलानी द्वारा कोसमी ग्राम की छोटी-छोटी लगभग 20 बालिकाओं का पूजन कर गर्म कपड़ो का वितरण किया गया. इसके साथ ही बालिकाओं के साथ मिलकर उन्होंने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर केक काटकर उनके दिन का उत्सव मनाया. इस दौरान उन्होंने बालिकाओं का चॉकलेट और नमकीन का स्वल्पाहार कराया.  

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. रमेश सेवलानी ने बताया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है. आज राष्ट्रीय बालिका दिवस है, यह दिन हमें बेटियों के प्रति सम्मान व्यक्त करने की याद दिलाता है. आज बेटियां दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर ऊंचे मुकाम हासिल कर रही हैं. घर ही नहीं दुनिया के सभी कामों में बेटियों की भागीदारी है. बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को समान अधिकार, उनको सहयोग देना और सुविधाओं को मुहैया कराने के साथ लड़कों और लड़कियों में भेदभाव के प्रति लोगों को जागरुक करना भी है. बेटियां हमारा गर्व, हमारा स्वाभिमान हैं. देश की प्रगति में बेटियों का अप्रतिम योगदान है. प्रत्येक बालिका के सर्वांगीण विकास हो यही हमारी प्रार्थना है.

राष्ट्रीय बालिका दिवस आयोजित गर्म कपड़े वितरण कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी काका गिरधारीलाल नरसिंह गानी, संतोषी नागेश्वर, नंदिनी बागड़े, सोनम कावरे, सौरभ सेवलानी सहित अन्य लोग उपस्थित थे.  


Web Title : ON NATIONAL GIRL CHILD DAY, GIRLS NEED TO BE AWARE OF DISTRIBUTION OF HOT CLOTHES, DISCRIMINATION AMONG BOYS AND GIRLS DR. RAMESH SEVLANI