एनजीटी के पारित आदेश पर संभागायुक्त ने आईजी और सीसीएफ के साथ रेत घाटो की जांच, अवैध उत्खनन-भंडारण पर कार्यवाही, 8 एफआईआर दर्ज, 18 वाहन जब्त

बालाघाट. राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) सेन्ट्रल जोन बैंच भोपाल में  07 दिसंबर 23 को पारित आदेश पर जिले मे अवैध उत्खनन से संबंधित शिकायत की जांच के लिए गठित समिति के द्वारा संभागायुक्त जबलपुर अभय वर्मा द्वारा आईजी एवं सीसीएफ के साथ बुधवार 4 जनवरी जांच की गई. शिकायतकर्ता जितेन्द्र उर्फ राजा लिल्हारे के द्वारा की गई शिकायती स्थल ग्राम भौरगढ़, शंकर पिपरिया, कुम्हली, मोवाड, डोंगरिया, चिचोली, बोनकट्टा, आंजनबिहरी में जांच की गई. इसके अलावा दूसरे दिन 5 जनवरी को ग्राम बिठली, मोहगांव, अतरी, गुनई, चुटिया, सावरी, खैरी में जांच की गई. इन स्थलो पर जांच के दौरान ग्राम डोंगरिया, चिचोली मे अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण मे संलिप्त वाहन 06 डंफर, 01 ट्रक, 06 पोकलेन एवं 01 जे. सी. बी. के विरूद्व थाना खैरलांजी में प्राथमिकता सूचना दर्ज कराई गई. इसी तरह 5 जनवरी को जांच के दौरान ग्राम मोहगांवखुर्द मे 01 पोकलेन एवं ग्राम खैरी मे 01 पोकलेन पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये. संभागायुक्त अभय वर्मा ने शिकायती क्षेत्र का सीमाकंन एवं सीमा क्षेत्र से बाहर किये गये अवैध उत्खनन की जांच के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), अनुविभागीय अधिकारी (वन) एवं संबंधित खनि निरीक्षक का संयुक्त जांच दल गठित किया गया है. ये दल समिति शिकायती क्षेत्र के सीमाकंन एवं जांच उपरान्त प्रतिवेदन 8 जनवरी तक संभागायुक्त जबलपुर संभाग जबलपुर के समक्ष अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने के लिये निर्देशित किया गया है.

इस मामले में शिकायतकर्ता राजा लिल्हारे ने कहा कि बताया कि मेरे द्वारा सितंबर माह में एनजीटी मंे जिले के स्वीकृत और अस्वीकृत रेत खदानों से हो रहे भारी मात्रा में उत्खनन से पर्यावरण को हो रहे नुकसान को लेकर शिकायत की गई थी. जिसमें सरकार द्वारा गठित की गई जांच समिति में कमिश्नर जबलपुर अभय वर्मा थे. जिन्हें 05 जनवरी को मेरे बयान लेखबद्ध करने थे लेकिन एक दिन पहले ही वे बालाघाट पहुंचे और दलबल के साथ 20 से ज्यादा स्पॉट में  जांच की. जिसमें 03 अस्वीकृत घाटों में उत्खनन और 5-6 भंडारण पर कार्यवाही की गई है. इसके अलावा जो स्वीकृत घाट है, जहां निर्धारित क्षेत्रफल से कहीं ज्यादा जगह पर रेत का अवैध उत्खनन किया गया. शिकायतकर्ता राजा लिल्हारे ने कमिश्नर अभय वर्मा की रेत को लेकर की गई जांच पर संतुष्टी जाहिर की.  

प्रशासन, खनिज और पुलिस पर सवाल

जिले में रेत के इतनी बड़ी मात्रा में अवैध खनन और भंडारण के मामले, संभागीय कमिश्नर की जांच में पाए जाने पर सवाल खड़ा हो रहा है कि इस मामले में जिला प्रशासन, खनिज विभाग और पुलिस को यह जानकारी नहीं पता थी? या फिर जानकारी के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही थी? फिलहाल अब देखना है कि संभागीय कमिश्नर द्वारा जिले मंे बड़ी मात्रा में रेत उत्खनन और भंडारण के मामले में किस पर जिम्मेदारी तय होती है?

इनका कहना है

जिले में रेत खनन को लेकर आईजी और सीसीएफ के साथ लगभग 20 लोकेशन में जांच की गई. जिसमें 8 एफआईआर दर्ज की गई है और लगभग 17 से 18 वाहन जब्त किए गए है. अवैध उत्खनन और भंडारण के बावजूद कार्यवाही नहीं होने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी.  

अभय वर्मा, कमिश्नर, जबलपुर


Web Title : ON THE ORDER PASSED BY THE NGT, THE DIVISIONAL COMMISSIONER ALONG WITH IG AND CCF INVESTIGATED SAND GHATS, ACTION ON ILLEGAL QUARRYING STORAGE, 8 FIRS REGISTERED, 18 VEHICLES SEIZED