जमीन के बदले नौकरी देने में देरी पर फूटा आक्रोश, भुख हड़ताल पर बैठे किसान, समझाईश पर हड़ताल की स्थगित

कटंगी (कमलकिशोर राऊत). कटंगी से तिरोड़ी रेलमार्ग के लिए क्षेत्र के किसानो द्वारा रेलवे विभाग को जमीन दी गई थी, जिसमें रेलवे विभाग द्वारा किसानो के परिवार के एक सदस्य को रेलवे में नौकरी देने का भरोसा दिलाया गया था. एक जानकारी के अनुसार ऐसे लगभग 247 लोग है, जिन्हें रेलवे विभाग द्वारा रेललाईन के लिए अधिग्रहित जमीन की जगह नौकरी दिया जाना है, लेकिन अब तक केवल 82 लोगों को ही नियुक्ति प्रदान की गई है, जबकि अभी भी एक सैकड़ा से ज्यादा अभ्यार्थियों को नौकरी नहीं मिल सकी है. जिसको लेकर हो रेलवे विभाग द्वारा की जा रही देरी से आक्रोशित होकर रेललाईन के लिए जमीन देने वाले किसानों ने पुरानही तिरोड़ी रेलवे स्टेशन के पास भुख हड़ताल प्रारंभ कर दी थी. जिसमें चितौरसिंह जमरे, सतीश गोविंदराव कोहरे, श्यामप्रसाद चौहान और राजेन्द्र चौधरी भुख हड़ताल पर बैठ गये थे. हड़ताल पर बैठक भूप्रभावित किसानों ने कहा कि कटंगी से तिरोड़ी रेलवे ब्राडगेज निर्माण कार्य में प्रभावित किसानों परिवार के कुछ लोगों को नौकरी दी गई तथा शेष किसानों की जांच प्रक्रिया महिनों पहले पूरी हो चुकी है, बावजूद इसके किसानों को एक माह, दो माह से कमेटी सदस्य नहीं होने की बात कहकर गुमराह किया जा रहा है और नौकरी देने के मामले को रेलवे विभाग द्वारा लंबा खींचा जा रहा है. शेष भूप्रभावित किसानों के सदस्यों को नौकरी की अग्रिम कार्यवाही नहीं होने किसान परिवार आक्रोश है और मजबूरी वश वह भुख हड़ताल पर बैठ रहे है. किसानों ने भुख हड़ताल कर यह भी चेतावनी दी थी कि जब तक नौकरी प्रदान नहीं की जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होनंे कहा कि इससे पूर्व सितंबर माह में रेलवे विभाग और शासन, प्रशासन को निश्चित समयावधि में कार्यवाही नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी, बावजूद इसके रेलवे विभाग और शासन, प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई. रेलवे विभाग द्वारा भूप्रभावित किसान के एक सदस्य को नौकरी दिये जाने में की जा रही देरी से किसान स्वयं को ठगा महसुस कर रहा है.  

कटंगी-तिरोड़ी ब्राडगेज के लिए भूप्रभावित किसानों द्वारा किये जा रहे अनशन की जानकारी के बाद तत्काल ही रेल विभाग हरकत में आया और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मंडल कार्मिक् अधिकारी द्वारा हड़ताली किसानो को पत्र जारी कर आश्वस्त किया गया कि लैंड लूजर को रेलवे में नियुक्ति प्रदान करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण करनी होती है, आवेदकों के लिए रेल परियोजनाओं के अंतर्गत नियुक्ति प्रक्रिया को लगातार जारी रखा गया है, पूर्व में कई अभ्यार्थियों को नियुक्ति दी जा चुकी है. इसके पश्चात नागपुर मंडली द्वारा अभी तक कुल 247 अभ्यार्थियों की प्रारंभिक जांच पूर्ण की जा चुकी है और आगे की कार्यवाही जारी है. मंडल द्वारा अभी तक 265 लैंड लूजर अभ्यार्थियों को नौकरी प्रदान की जा चुकी है. चूंकि संपूर्ण भारत में कोविड-19 का प्रकोप जारी है, नागपुर शहर में कोविड-19 का प्रभाव अधिकतम और लंबे समय से है, संगीन पीड़ितों की संख्या बढ़ने के कारण कंटेनमेंट जान की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है, इस कारण कार्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति पर भी विपरित प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण प्रकरणों की प्रोसेसिंग में भी अनापेक्षित विलंब हुआ है. रेल प्रशासन द्वारा सभी अभ्यार्थियों के आवेदनों पर मंडल द्वारा नियमानुसार अथक प्रयास किया जा रहा है. जिसकी रेलवे कर्मी द्वारा मिली जानकारी के बाद हड़ताली किसानों ने रेलवे विभाग के मिले आश्वासन पर 7 दिनों तक हड़ताल स्थगित कर दी है, साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों के भीतर मांग पूरी नहीं होती है तो भुख हड़ताल आंदोलन फिर से किया जायेगा.  


Web Title : OUTRAGE OVER DELAY IN PROVIDING JOB IN LIEU OF LAND, FARMERS SITTING ON HUNGER STRIKE, STRIKE ON EXPLAINING POSTPONED