पुलिस के 48 नग गौवंश जब्ती पर उठ रहे सवाल, किसानो ने कहा खेती के लिए बाजार से खरीदकर ले जा रहे थे बैल, भरवेली पुलिस ने जब्त गौवंश को छोड़ा

बालाघाट. गौवंश और गौमांस को लेकर प्रदेश का माहौल गर्म है, कथित गौमांस के शक में गत दिनोें सिवनी जिले के कुरई क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया में दो आदिवासी की हत्या और एक के गंभीर रूप से घायल होने का मामला अभी सुर्खियो में है कि बीती रात कोतवाली और भरवेली पुलिस द्वारा गौवंश को लेकर की गई कार्यवाही सवालों के घेरे में खड़े हो गई है.

जहां कोतवाली पुलिस द्वारा 48 नग बैलोें की बरामदगी कर उनके ले जा रहे चार लोगों के खिलाफ गौवंश प्रतिषेध अधिनियम और पशु क्रुरता अधिनियम के तहत मामला कायम किया गया है. वहीं भरवेली में पकड़ाये गये लगभग 8 जोड़ी गौवंश को छोड़ दिया गया है, जहां भरवेली में गौवंश को छोड़ने की वजह आसपास के किसानोें के पास बैल बाजार की रसीद होने की बात कही जा रही है, वहीं बालाघाट में किसानों के अनुसार सभी 24 बैलजोड़ी की रसीदें होने के बावजूद मामला कायम किया जाना, कई सवालों को जन्म दे रहा है. जिससे यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं यह कार्यवाही पुलिस ने दबाव में तो नहीं की. फिलहाल पुलिस का कहना हैै कि बरामद गौवंश को गौशाला भिजवाया जायेगा.  

घटनाक्रम के अनुसार बीती रात कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग गौवंश को पैदल हाकतेे हुए लेकर आ रहे है. जिसके बाद पुलिस ने खैरी से चार लोगों को पकड़कर उनके पास से 48 नग बैल बरामद किये और उसे लाकर नपा के कांजी हाउस मेें रखवा दिया. वहीं इस मामले मंे गौवंश ला रहे लालबर्रा थाना अंतर्गत मानपुरटोला निवासी 50 वर्षीय राजेश पिता लखन बाहेश्वर, 40 वर्षीय राजकुमार पिता बुधराम नागेश्वर, धरपीवाड़ा निवासी 35 वर्षीय राजेश पिता दुलीचंद डहरवाल और हट्टा अंतर्गत पाथरी निवासी लगभग 40 वर्षीय जागेश्वर पिता बुधलाल नगपुरे के खिलाफ पुलिस ने संबंधित धाराओें के तहत अपराध दर्ज किया है.

5 मई की रात लगभग 2 बजे कोतवाली पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही के बाद दूसरे दिन मवेशियों पर हक जता रहेे किसान बालाघाट पहुंचे और पुलिस को लालबर्रा बाजार से खरीदे गये बैलोें की रसीदों को दिखाकर अवगत कराया कि यह बैल, कत्लखाने नहीं बल्कि खेती के काम से ले जाये जा रहे थे.

सूत्रों की मानें तो पुलिस के साथ गौवंश पकड़ने गये कुछ लोगों को जब इस मामले में गवाह बनने की बात कही तो वह गवाह बनने से मुकर गये. हालांकि पुलिस ने गौवंश पकड़ने और उसके मंथन के बाद यह मामला कायम किये जाने की बात सूत्र बता रहे है.

हमारे पास पुलिस द्वारा बरामद किये  गये मवेशियों की रसीदे है-भुवनेश्वर

कोतवाली पुलिस द्वारा बरामद किये गये बैलों पर हक जताने पहुंचे हिर्री निवासी भुवनेश्वर सेवईवार का कहना है कि लालबर्रा बाजार से 24 जोड़ी बैल लेकर हांकने वाले लेकर आ रहेे थे. जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया है. पुलिस द्वारा बरामद किये गये सभी मवेशियों को रसीदे हमने दे दिया है. गौपालक भुवनेश्वर सेवईवार की मानें तो लालबर्रा बैल बाजार ठेकेदार और कन्हैया के बीच के विवाद में हमारे मवेशियों को पकड़ाया गया है.  

खेती किसानी के लिए ले जा रहे थे मवेशी-रेखलाल टंेभरे

नेवरगांव निवासी गौपालक रेखलाल टेंभरे की मानें तो लालबर्रा बाजार से मवेशियोे को खरीदकर ले जा रहे थे. जिन्हें पुलिस ने गौतस्करी के मामले में बरामद कर लिया है. अभी खेती किसानी का समय है, खाद लाना है, लकड़ी लाना है, यह सब काम है. पुलिस द्वारा बरामद किये गये सभी मवेशी हिर्री, नेवरगांव, दिगोधा के किसानों के है.  


इनका कहना है

हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग पैदल मवेशियों को ले जा रहे है. जिस पर कार्यवाही करते हुए 48 नग बैलो को बरामद किया गया है. जिसमें चार लोगों को पुलिस ने राउंडअप किया है. कुछ लोगों के पास मवेशी की रसीदे थी लेकिन कुछ लोगों के पास नहीं थी. इस मामले में गौवंश प्रतिषेध अधिनियम और पशु क्रुरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. जिसमें विवेचना की जा रही है. बरामद किये गये मवेशियोें को गौशाला भिजवाया जायेगा.

कमलसिंह गेहलोत, थाना प्रभारी, कोतवाली थाना


Web Title : QUESTIONS BEING RAISED ON POLICE SEIZURE OF 48 PIECES OF COW PROGENY, FARMERS SAID THAT BULLS WERE BEING BOUGHT FROM THE MARKET FOR FARMING AND TAKEN AWAY, BHARVELI POLICE RELEASED THE SEIZED BOVINES