सांची दूध संघ पर जिले के दुग्ध समितियो का 5 करोड़ बकाया, भुगतान नहीं मिलने पर दुग्ध सप्लाई बंद कर देने की चेतावनी

बालाघाट. प्रायवेट डेयरी को बढ़ाकर दुग्ध संघ के लोग सरकारी डेयरी को खत्म करना चाहते है और हमें यही कारण लग रहा है कि लंबे समय से हमे दुग्ध का भुगतान नहीं मिल रहा है, पूर्व में भी हमने आवेदन दिया था लेकिन उसके बाद भी अब तक भुगतान नहीं किया गया. जिसके बाद आज फिर हम आवेदन देने पहुंचे है और इस बार भी हमें भुगतान नहीं मिलता है तो जिले की सभी 90 दुग्ध समितियां, दुग्ध देना बंद कर देगी. जिससे ना केवल दुग्ध पालकों और किसानों को इसका नुकसान पहुंचेगा और शासन की सरकारी डेयरी सांची को भी नुकसान उठाना पड़ेगा. यह बात 73 दिनों से दुग्ध सप्लाई का भुगतान नहीं मिलने पर पर दुग्ध सप्लायरों ने जनसुनवाई में आवेदन दिये जाने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कही.  दुग्ध उत्पादकों की मानें तो लगभग 5 करोड़ रूपये का भुगतान बाकी है.

कृषि उत्पादक जिले में कृषि पालन से जुड़े किसानो की आय बढ़ाने की मंशा से दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध समितियों को जोड़कर उनसे, दूध क्रय किया जा रहा था. जिले भर की दुग्ध समिति किसानों से दूध लेकर उस दूध को सहकारी दुग्ध संघ बालाघाट के माध्यम से सहकारी दुग्ध संघ जबलपुर को दूध दिया करती है. जहां जबलपुर दुग्ध संघ, दूध के पैकेट बनाकर पैकेट के माध्यम से दूध पूरे जबलपुर संभाग में वितरित करता है. लेकिन जो समितियां, सहकारी दुग्ध संघ जबलपुर को दूध बेचने का काम कर रही है उन्हें दूध का भुगतान समय पर नहीं मिल पा रहा है. जिसके चलते दूध उत्पादक किसान समितियों को दूध नहीं दे रहे हैं और निजी डेयरी में दूध जाने से समिति और प्रशासन को नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिसपर अपना एतराज जताते हुए जिला सहकारी दुग्ध समिति ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और एक बार फिर अपने दुग्ध प्रदाय के भुगतान की मांग की. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 25 अगस्त तक समितियों को दूध का भुगतान नहीं किया जाता है तो 26 अगस्त से प्राथमिक दुग्ध सहकारी समिति द्वारा दूध का संकलन नहीं किए जाने की बात कहते कही.   महिला दुग्ध सहकारी समिति संघ एकोडी के सचिव कमलेश परिहार की मानें तो भुगतान के साथ ही ज्ञापन के माध्यम से प्रत्येक 10 दिन के भीतर दूध का भुगतान करने, भैंस का दूध 10रुपये प्रति फेट, गाय का दूध 40 रुपये प्रति लीटर, दुग्ध समिति के सचिवों को पंचायत के रोजगार सहायक के बराबर मानदेय और दुग्ध  उत्पादक किसानों को बोनस के रूप में प्रोत्साहन राशि देने और दुधारू पशुओं का निःशुल्क बीमा किए जाने की मांग की.  


Web Title : SANCHI MILK UNION OWES RS 5 CRORE TO MILK SOCIETIES IN THE DISTRICT, THREATENS TO STOP MILK SUPPLY IF PAYMENT IS NOT MADE