बालाघाट. उत्तरप्रदेश के हाथरस में वाल्मिकी समाज की बेटी के साथ दुर्दांत तरीके से हुए गैंगरेप और उसकी मौत के बाद अर्द्धरात्रि में पीड़िता बेटी का शव जलाये जाने के मामले मंे पूरे देश हाथरस की निर्भया को लेकर न्याय की मांग कर रहा है. बालाघाट में हाथरस की निर्भया को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर शनिवार 10 अक्टूबर को सुदर्शन वाल्मिकी समाज ने सड़क पर उतरकर रैली निकाली और धरना दिया. इस दौरान बच्चों से लेकर जवान, बुजुर्ग और महिलायें हाथो में हाथरस की निर्भया को इंसाफ देने की मांग की तख्तियों पकड़े थे. जिसमें बेटी के साथ घिनौना काम करने वाले लोगों को फांसी दिये जाने की मांग लिखी थी.
बालाघाट में राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों के बाद जिले में सुदर्शन वाल्मिकी समाज द्वारा हाथरस की घटना को लेकर किये गये विरोध प्रदर्शन आंदोलन को विभिन्न संगठन ओबीसी महासभा, बौद्ध महासभा, भीम आर्मी, भारत मुक्ति मोर्चा, मूलनिवासी संघ, आंबेडकर मोर्चा, लोधी, मरार माली समाज, मुस्लिम एवं दलित राष्ट्रीय एकता मंच सहित अन्य संगठनों ने समर्थन दिया, इस दौरान उनके प्रतिनिधि भी मौजूद थे.
सुदर्शन वाल्मिकी समाज के सचिव ने कहा कि हाथरस में समाज की होशियार बालिका के साथ जिस दुर्दांत तरीके से अपराधियों ने गैंगरेप किया. जिसकी ईलाज के दौरान मौत होने पर सरकार के संरक्षण में पुलिस ने सबूतों को नष्ट करते हुए परिवार की मर्जी के बिना उसका अर्द्धरात्रि में अंतिम संस्कार कर दिया है, वह नियम विरूद्ध और गंभीर कृत्य है. समाज की मांग है कि समाज की बेटी के साथ घिनौनी हरकत करने वाले आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो और परिवार को सुरक्षा प्रदान की जायें, ताकि दबंग अपराधियों से लड़ते समय परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचे सके. उन्होंने कहा कि बिना संघर्ष और लड़ाई के लिए कुछ हासिल नहीं होता है, इसलिए सुदर्शन वाल्मिकी समाज, समाज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए आज सड़क पर संघर्ष और लड़ाई लड़ने उतरा है, जिसका विभिन्न सामाजिक संगठनो ने समर्थन किया है.
हाथरस की घटना को लेकर पीड़िता को न्याय और अपराधियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे सुदर्शन वाल्मिकी समाज द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन को समर्थन देते हुए ओबीसी महासभा जिलाध्यक्ष सौरभ लोधी ने हाथरस की घटना की निंदा करते हुए कहा कि पूरे भारत में मां-बहनों के साथ दुष्कर्म की घटनायें तेजी से बढ़ रही है, खासकर भाजपा शासित राज्यो में ऐसी घटनाओं पर राज्य सरकारों द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया जा रहा है, जो हाथरस के मामले में साफ नजर आ रहा है. घटना के बाद इस मामले को यूपी सरकार और पुलिस द्वारा दबाने का प्रयास कर अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया गया. बनिस्मत ऐसी ही घटनायें मध्यप्रदेश में भी आये दिन सामने आ रही है, प्रदेश में भी मां-बहने सुरक्षित नहीं है, प्रदेश के बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी सहित अन्य जिलो में भी लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे है, जिसमें अपराधियों में कार्यवाही को लेकर सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे है. हमारी मांग है कि मां-बहनों के साथ दुष्कर्म जैसे मामले में सरकार और पुलिस, राजनीति से परे हटकर अपराधियों पर कठोर से कठोर कार्यवाही करें. हाथरस की घटना में सरकार और पुलिस पीड़िता को शीघ्रताशीघ्र न्याय दिलाने का काम करें.