घर-घर जाकर सर्दी-खांसी, बुखार के मरीजों का किया जा रहा है सर्वे

बालाघाट. कोरोना सक्रमण को लेकर बचाव व सावधानी बरतने के लिए प्रशासन के निर्देश पर आगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता सर्वे का कार्य कर रही हैं. बालाघाट जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कुम्हारी के छोटी कुम्हारी मे आगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती गीता बिसाने और आशा कार्यकर्ता श्रीमती लक्ष्मी लिल्हारे द्वारा घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जा रहा है. आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता एवं आशा कार्यकर्ता द्वारा ग्रामों में घर-घर जाकर ग्रामीणो की सर्दी-खासी सहित अन्य बीमारी को लेकर चिन्हित कर रही और रिकार्ड दर्ज किया जा रहा है. इसके साथ ही बाहर से आने वाले मजदूरों एवं छात्र-छात्राओं को भी सूचीबद्ध किया जा रहा हैं. ग्राम कुम्हारी की आगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती गीता बिसाने और आशा कार्यकर्ता श्रीमती लक्ष्मी लिल्हारे द्वारा अब तक 170 घरो मे पहुंच कर सर्वे किया जा चुका हैं. सर्वे के दौरान पता चला कि गांव मे केवल दो छात्र ही पढाई के चलते बाहर से आये हैं, जो स्वस्थ्य है और उन्हें घर पर ही होम क्वेरंनटाईन में रखा गया और वे इसका पालन भी कर रहे है. सर्वे में अन्य ग्रामीणो की रिपोर्ट भी सामान्य है. इस दौरान ग्रामीणों ने भी इन कोरोना वालिन्टयरो के कार्य की सराहना कर हौसला बढ़ाया है.

बैहर एसडीएम ने पटवा के ग्रामीणों के लिए राशन का इंतजाम कराया

बैहर एसडीएम श्री गुरूप्रसाद ने बैहर तहसीलदार श्रीमती ज्योति ठाकुर एवं जनपद पंचायत बैहर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पुष्पेन्द्र व्यास के साथ ग्राम पंचायत पटवा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पटवा, छत्तरपुर, ऊमरझोला का भ्रमण किया और ग्रामीणों से चर्चा कर किराना सामान एवं अनाज की उपलब्धता के बारे में चर्चा की. इस दौरान उन्होंने जरूरतमंद ग्रामीणों को राशन भी उपलब्ध कराया. ग्राम पंचायत पटवा के यह ग्राम छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती होने के कारण दैनिक जीवन व राशन सामाग्री लेने यहां के ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ में स्थित ग्राम झलमला जाना पङता है. वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने लाकडाऊन के कारण सभी रास्ते बंद कर दिए गये हैं.

एसडीएम श्री गुरूप्रसाद ने ग्राम पटवा के स्कूल के बच्चों को दूध पाउडर वितरण किया गया तथा ग्राम छिड़कांव के लिए ब्लीचिंग पाउडर भी उपलब्ध करवाया. उन्होंने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के बोडखा तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर पटवा के कुछ किराना दुकान वालों को झलमला से सामान लाने की अनुमति देने के लिए बात की. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि ग्राम पटवा के कुछ दुकानदारों को झलमला से सामान लाने की अनुमति शीघ्र मिल जायेगी.

उपयंत्री संतोष कुमार नागेश ने 500 किलो चावल खाद्यान्न बैंक में दिया दान

कोरोना महामारी संकट के दौर में गरीबों, असहायों एवं जरूरतमंद लोगों को भोजन की कमी न हो इसके लिए कलेक्टर श्री दीपक आर्य की पहल पर सक्षम लोग बड़ी संख्या में आगे आकर अनाज का दान कर रहे है. इसी कड़ी में आज 13 अप्रैल को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बालाघाट के उपयंत्री श्री संतोष कुमार नागेश ने 500 किलोग्राम चावल जिला प्रशासन के खाद्यान्न बैंक को दान कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है. कोरोना महामारी संकट के दौरान गरीबों, असहायों और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 13 अप्रैल को उपयंत्री संतोष कुमार नागेश द्वारा 500 किलोग्राम चावल, जयप्रकाश त्रिवेदी द्वारा 25 किलो ग्राम चावल, पिंकेश पिपलेवार कोसमी द्वारा 25 किलोग्राम चावल, 5 किलो दाल, 5 लीटर तेल एवं 20 बिस्किट के पैकेट एवं पंवार महिला संगठन बालाघाट की ओर से 50 किलो चावल, 15 किलो दाल एवं 35 किलो आटा दान मे दिया गया है. यह सामग्री जिला खाद्यान्न बैंक को उपलब्ध करा दी गई है. जिले के दानदाताओं से अपील की गई है कि यदि कोई व्यक्ति अनाज, दाल, तेल आदि खाद्य सामग्री दान में देना चाहे तो दूरभाष नंबर 07632-240430 पर सम्पर्क करें. अनाज का दान करने वाले व्यक्तियों द्वारा सूचित किए जाने पर वाहन भेजकर उनके पास से अनाज का संग्रहण कर लिया जाएगा. जिला मुख्यालय से बाहर के दानदाता अनाज दान करने के लिए अपने क्षेत्र के एसडीएम से संपर्क कर सकते हैं. खाद्यान्न बैंक में दान से प्राप्त हो रहे अनाज एवं अन्य खाद्य सामग्री को नोडल अधिकारी सहायक कलेक्टर श्री अक्षय तेम्रावाल के मार्गदर्शन में जरूरतमंद लोगों को निरंतर वितरण भी किया जा रहा है.

शमशान व कब्रिस्तान में मानक सावधानी बरतने के निर्देश

कोविड-19 के संदिग्ध, पुष्ट प्रकरण में मृत्यु होने पर मृतक के शव-प्रबंधन और निपटान के संबंध में राज्य शासन द्वारा भारत सरकार के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की मार्गदर्शिका का अनुसरण करने के निर्देश जारी किए गए हैं. संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि नोवेल कोरोना वायरस एक नवीन विषाणु है, कोविड-19 को जन स्वास्थ्य आपदा घोषित किया गया है. अतरू कोविड-19 के संदिग्ध, पुष्ट प्रकरण में मृत्यु होने की स्थिति में शव प्रबंधन और निपटान संबंधी उपयुक्त जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से यह निर्देश जारी किए गए हैं.

शव प्रबंधन व निपटान के दौरान संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी मानक सावधानिया बरतना आवश्यक होगा. समस्त पैरामैडिकल स्टाफ, मार्चुरी, एम्बुलेंस संचालन, शमशान, कब्रिस्तान के कर्मियों को संक्रमण रोकथाम के मानक व्यवहारों पर प्रशिक्षण और एप्रेन, दस्ताने, मास्क, चश्मा आदि व्यक्तिगत सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं. समस्त मेडिकल अपशिष्टों का प्रबंधन, बॉयोमैडिकल वेस्ट प्रबंधन मानकों के अनुसार करना, शव को विषाणु मुक्त करना, रिसावरोधी उपायों को सुनिश्चित करना और उपयोग में लाए गए सभी उपकरणों व सामग्री को विषाणुमुक्त (डिसइन्फैक्ट) करना भी आवश्यक होगा. परिजन शव के अंतिम दर्शन कर सकेंगे पर छूने, चूमने, नहलाने से रोका जाएगा. ऐसी धार्मिक परम्पराएं जिनमें शव को छूने की आवश्यकता नही हो, उसके लिए परिजनों को अनुमति होगी. शवदाह के बाद राख का संग्रहण बिना किसी खतरे के किया जा सकता है. अंतिम संस्कार, दफनाने के बाद हाथों की अच्छे से सफाई आवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाए. शमशान, कब्रिस्तानों में बड़ी संख्या में सामूहिक जमाव को नियंत्रित किया जाए और सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय सुनिश्चित किए जाए.


Web Title : SURVEY SE FACED FROM DOOR TO DOOR COLD,FEVER PATIENTS