तिरोड़ी में रविवार को दिखी तनावपूर्ण स्थिति, अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने नहीं पहुंचे अधिकारी

कटंगी. क्षेत्र की मॉयल नगरी तिरोड़ी में रविवार को पूरा दिन तनावपूर्ण स्थिति देखने को मिली. रविवार को यहां लोक निर्माण विभाग के साथ प्रशासनिक अमला 4 चुनिंदा दुकानों को अतिक्रमण कार्रवाई के तहत हटाने के लिए आने वाला था, जिसे लेकर गांव में माहौल खराब होने के आसार दिखाई दे रहे थे. दरअसल, इन 4 दुकानों को राजनैतिक दबाव के चलते हटाए जाने की कोशिश की जा रही थी, इसी बात को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.

बता दें कि तिरोड़ी में पेट्रोप पंप से लेकर सांई मंदिर तक की लोक निर्माण विभाग की भूमि पर अतिक्रमण है. जहां लोग दुकान और मकान बनाकर निवास कर रहे है. वर्तमान में लोक निर्माण विभाग को इस भूमि की कोई आवश्यकता भी समझ नहीं आ रही है. चंूकि 5 साल पहले ही तिरोड़ी में पक्की सीसी सड़क का निर्माण हो चुका है. जब इस सड़क का निर्माण चल रहा था तब अतिक्रमण की कार्रवाई हुई थी और जितनी भूमि निर्माण के लिए लग रही थी उतनी भूमि विभाग ने लेकर निर्माण कर दिया, परंतु अब तिरोड़ी भाजपा के पदाधिकारी, अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को साधने के लिए बार-बार अपने श्रमिकों से सीएम हेल्पलाईन और अन्य तरह से पार्टी के नेताओं से शिकायत कर 4 दुकानों को हटाने की कोशिश में जुटे हुए है. लोक निर्माण विभाग के सभी अधिकारियों का कहना है कि राजनैतिक दबाव बनाकर दुकान तोड़ने के लिए विवश किया जा रहा है.

गौरतलब हो कि मोहम्मद इसराइल, मुलचंद बिसेन, देवरथ चन्द्रवंशी और ईश्वर कुसरिया को 3 दिन पहले लोक निर्माण विभाग ने नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा था. विभाग ने चेतावनी दी थी कि अगर स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 248(1) के अंतर्गत अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी और इस पर होने वाले व्यय इन गरीब दुकानदारों से वसूला जायेगा. जब दुकानदारों को यह नोटिस मिला तो वह सहम से गए क्योंकि पूर्व में करीब 100 दुकानदारों को अतिक्रमण के लिए चिन्हित किया गया था और अभी केवल 4 दुकानदारों को. बताना जरूरी है कि यह दुकान कोई पक्की इमारत में नहीं बल्कि झोपड़ियों में चल रही है. दिव्यांग ईश्वर कुसरिया तो करीब 40 वर्षो से उक्त स्थान पर चाय दुकान लगाकर अपनी आजीविका चला रहा है.

खैर, रविवार को यहां कोई कार्रवाई नहीं हुई परंतु इन प्रभावित व्यक्तियों से मिलने के लिए कांग्रेस महिला नेत्री श्रीमती केसर बिसेन, मूलकराज आनंद पहुंचे थे. वहीं ग्राम प्रधान आनंद बरमैया भी इनके समर्थन में खड़े थे. केसर बिसेन ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से दूरभाष पर चर्चा की तथा स्थिति से अवगत कराया. वहीं उन्होनें ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि उनके साथ गलत कार्रवाई नहीं होने दी जायेगी. अगर विभाग अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करता है तो समान कार्रवाई करनी होगी. अन्यथा विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.


Web Title : TENSE SITUATION IN TIRODI ON SUNDAY, OFFICIALS NOT REACHED TO TAKE ACTION TO REMOVE ENCROACHMENTS