गौवंश की तस्करी कर ले जा रहे गौतस्करों का वाहन पलटा, तीन गाय की मौत, 8 घायल

बालाघाट. जिले में गौवंश तस्करी के मामले आये दिन सामने आ रहे है. गौतस्करों, गौसंरक्षकों और पुलिस से बचने के लिए रात के अंधेरे में नक्सली क्षेत्रों से गुजरकर गौतस्करी में लगे है, ताकि रास्ते में उन्हें कोई नहीं खतरा ना हो. ऐसे ही एक मामले में गौतस्करों द्वारा क्रुरतापूर्वक पिकअप वाहन में 11 मवेशियों को कत्लखाने ले जाते समय पिकअप वाहन पलट गया. जिसमें भरी तीन मवेशी की मौत हो गई. जबकि 8 घायल हो गये. घटना लांजी थाना अंतर्गत सालेटेकरी मार्ग की इस घटना में वाहन में दबे एक आरोपी को पुलिस ने गौतस्करी में पकड़ा. जिसमें पुलिस ने आमगांव के कुम्हारटोली निवासी प्रमोद जगने और बनिया मोहल्ला निवासी महेश मेश्राम के खिलाफ धारा 279 ताहि एवं 4,6,9 गौवंश प्रतिषेध अधिनियम, 11(घ) पशु क्रुरता अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया हैं. जिसमें पुलिस ने महाराष्ट्र आमगांव के बनिया मोहल्ला निवासी 25 वर्षीय महेश पिता सुनिल मेश्राम को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि एक साथी प्रमोद जगने फरार है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही हैं.
    मामले में मिली जानकारी अनुसार गौतस्कर, देवरबेली की ओर से पिकअप में 11 मवेशियो को क्रुरतापूर्वक भरकर नागपुर कत्लखाने ले जा रहे थे. फिलहाल पुलिस ने वाहन और मृतक एवं घायल पशुओं को बरामद किया हैं और मामले में विवेचना शुरू कर दी है.
    घटना 31 मार्च की अलसुबह 4 बजे की है, जब पिकअप वाहन में गौवंश भरकर ले जा रहे गौतस्करो का वाहन सालेटेकरी मार्ग के कन्या छात्रावास के पास पलट गया.
    सूचनाकर्ता पंचम पिता दयाराम मर्सकोले ने बताया कि मेरे घर के सामने पिकअप वाहन क्रमांक एमएच 40 एन 6698 तेजगति में आकर पलट गया. वाहन के पलटते ही एक व्यक्ति, वाहन से निकलकर जंगल की तरफ भागा. जब पिकअप वाहन में देखा तो एक आदमी अंदर था. जिसे बाहर निकाला गया. पिकअप वाहन में पीछे क्रुरतापूर्वक भरे गये मवेशी में तीन मवेशियों की मौत हो गई थी. जबकि 8 मवेशी घायल थी. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
    गौरतलब हो कि लांजी क्षेत्र पहले से ही गौतस्करों का गढ़ रहा है, जहां कभी बड़ी कार्यवाही के बाद भी क्षेत्र से गौतस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है. जानकारों की मानें तो लांजी क्षेत्र में रात के अंधेरे में गायों की तस्करी आसान हो जाती है. चूंकि गौतस्कर, रात के अंधेरे का फायदा उठाकर लांजी क्षेत्र से लगे महाराष्ट्र की ओर गौवंश ले जा लेते है. गौतस्करों ने क्षेत्र के जंगल से ऐसे कई रास्ते बना लिए हैं जहां से दे रातों-रात भारी मात्रा में गाय की तस्करी कर बॉर्डर पार करा लेते हैं और पुलिस प्रशासन को कानों कान खबर नहीं हो पाती. चूंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस रात में वनांचल ग्रामों में गश्ती नहीं करती है. जिसका फायदा गौतस्कर उठा रहे है. इसके पूर्व भी बहेला थाना के अंतर्गत गाय के बड़े तस्करों पर कार्यवाही की गई थी, उसके बाद कार्यवाही के शिथिल पड़ जाने से फिर बेखौफ गौतस्कर गौवंश की तस्करी में सक्रिय हो गये है जो क्षेत्र के जंगलो और रात के अंधेरे का फायदा उठाकर गौवंश की तस्करी कर महाराष्ट्र के कत्लखाने ले जा रहे है. चूंकि लांजी क्षेत्र, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा में स्थित है. जहां से बीते कई वर्षों से गौवंश की अवैध तस्करी कर कत्लखाने भिजवाया जा रहा है. पुलिस द्वारा समय-समय गो तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जाती रही है, परंतु अब तक इस पर अंकुश नहीं लग सका है. जिसके चलते फिर गौतस्कर अपने पैर पसारकर गौतस्करी में जुट गये है.


Web Title : THREE COWS KILLED, 8 INJURED AS VEHICLE OF COW SMUGGLERS OVERTURNS