जिले में आदिवासी नेतृत्व के ध्यान नहीं देने से परेशान हो रहे आदिवासी-कोर्राम, पट्टे की देवस्थल भूमि पर कब्जा हटाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे आदिवासी

बालाघाट. शासन द्वारा वन अधिकार अधिनियम के तहत वर्ष 2006 में आवंटित भूमि के पट्टे वाली जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले साहू बंधु की शिकायत लेकर मंडई से पट्टाधारी सुमनसिंह मरकाम के साथ बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के बंधु पहुंचे थे.  

शिकायतकर्ता सुमनसिंह मरकाम का कहना है कि ग्राम पंचायत मंडई में अनुसूचित जनजाति समुदाय को शासन द्वारा दिया गया वन अधिकार के तहत सामुदायिक भूमि प्रदाय किया गया था. जिसमें पुनाराम सोनवानी सहित उनके परिजनों ने जबरदस्ती कब्जा कर व्यवसाय किया जा रहा है. जबकि इससे पूर्व उक्त व्यक्तियों को आदिवासियों की ओर से सामुदायिक भूमि से कब्जा हटाने के लिए समाज की ओर से सूचित किया जा चुका है, बावजूह अपना कब्जा नहीं हटा रहे है. बल्कि आदिवासी समाज को अपमानजनक शब्दों का उपयोग कर डराने और धमकाने का काम कर रहे है. जिससे आदिवासी समाज आहत और अपमानित महसुस कर रहा है, हमारी मांग है कि इस मामले मंे निष्पक्ष जांच की जाये.

इस मामले में सर्व आदिवासी समाज संगठन जिलाध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम ने कहा कि जिले में आदिवासी नेतृत्व के अपने समाज की ओर ध्यान नहीं दिये जाने से आदिवासी समुदाय परेशान हो रहा है, उन्होंने कहा कि जिस स्थल पर अतिक्रमणकारी द्वारा कब्जा किया गया है, वह आदिवासियों का देवस्थान है, जहां आसपास के लगभग 27 गांवो से आदिवासी समाज वहां पूजा करने आता था लेकिन अतिक्रमणकारी ने ना केवल पूजा स्थल को हटा दिया बल्कि आदिवासी समाज को लेकर अपमानजनक शब्दों का उपयोग उन्हें दबंगाई दिखा रहे है, जिस स्थल पर अतिक्रमण किया गया है, उस स्थल से आदिवासी समाज की भावनायें जुड़ी है, यदि अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो इसके खिलाफ मुख्यालय में सर्व आदिवासी समाज द्वारा जिले की आदिवासी अस्मिता और उसके देवस्थान की सुरक्षा के लिए आंदोलन किया जायेगा.


Web Title : TRIBALS, KORRAM, TRIBALS RUSHED TO COLLECTORATE DEMANDING REMOVAL OF POSSESSION OF LEASED DEVASTHAL LAND, WHICH IS BEING DISTURBED BY THE LACK OF ATTENTION OF TRIBAL LEADERSHIP IN THE DISTRICT