वारासिवनी जनपद के राजस्व ग्राम रजेगांव को पंचायत बनाने की मांग, ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन, सरपंच ने कहा राजनीति स्टंट

बालाघाट. वारासिवनी जनपद पंचायत की ऑलेझरी ग्राम पंचायत से जुड़े राजस्व ग्राम रजेगांव को पृथक कर पंचायत बनाने की मांग ग्रामीणों ने आज जिला प्रशासन को सौंपे गये ज्ञापन के माध्यम से की.  

ग्रामीण लोकेश दशरे का कहना है कि राज्य शासन द्वारा जारी राजपत्र दि. एफ 16-5/2019/22/पं-2 दिनांक 22 जून 2019 के अनुसार मध्यप्रदेश पंचायतीराज एवं ग्राम स्वराज्य अधिनियम 1003 क्रमांक 01 सन! 1994 की धारा 3 एवं 13 के तहत ग्राम पंचायत ऑलेझरी से राजस्व ग्राम रजेगांव को पृथक नवीन ग्राम पंचायत बनाये जाने की जानकारी प्रकाशित की गई थी.   

ग्रामीण लोकेश दशरे ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार ग्राम रजेगांव की जनसंख्या 1010 है और यह पृथक ग्राम पंचायत बनाये जाने के लिए निर्धारित मापदंड को पूरा करती है, लेकिन ग्राम रजेगांव को ऑलेझरी पंचायत से अलग नहीं किये जाने पर आपत्ति दर्ज कराई गई है, जो न्यायोचित नहीं है, जिसे प्रशासन द्वारा निराधार और असंवैधानिक होने से खारिज किया जाकर परिसीमन अनुसार रजेगांव को आलेझरी से अलग पृथक ग्राम पंचायत का दर्जा प्रदान किये जाने की मांग की है.  

लोकेश दशरे की मानंे तो आपत्तिकर्ताओं द्वारा आंगनबाड़ी में कुछ परिवार के बच्चों को आधार बनाकर जनसंख्या कम होने का कारण दर्शाया है जो भ्रामक एवं पूर्ण रूप से असत्य है. चूंकि जनगणना भारत सरकार के निर्देशानुसार की जाती है और वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार ग्राम पंचायत की जनसंख्या 1010 है जो राजपत्र में प्रकाशित है. उन्होंने कहा कि ऑलेझरी पंचायत का राजस्व ग्राम रजेगांव खनिज संपदा से परिपूर्ण है जहां पर गिट्टी खदान है, जिससे प्रतिवर्ष रजेगांव से ऑलेझरी पंचायत से लाखों रूपये की आय होती है मगर सरपंच जितेन्द्रसिंह राजपूत, मात्र ऑलेझरी में विकास कार्य कर रहे है और रजेगांव में कोई विकास कार्य नहीं करवा रहे है, राजस्व देने वाला ग्राम आज भी विकास कार्यो में पीछे है. सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले ग्राम से ग्राम पंचायत सरपंच नागरिकों से पक्षपात करते है. जिससे यहां का निवासी अब पृथक ग्राम पंचायत में रहना चाहता है और इसलिए आज ग्रामीणों ने अपनी मांग से जिला प्रशासन को अवगत कराया है. अब देखना है कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है.

दूसरी ओर ग्राम पंचायत के सरपंच ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया है. उनका कहना है कि ग्रामो में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कराये जा रहे है, पूर्व सरपंच मामले को लेकर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे है. ऑलेझरी पंचायत से जुड़े राजस्व ग्राम रजेगांव को, पंचायत बनाये जाने की मांग को लेकर अड़कुलाल दशरे, लोकेश दशरे, शिवचरण लिल्हारे, राजेश दांदरे, पारिसमल खरे, चंदन खरे, गरीबा खरे, अमरलाल पंचेश्वर, देवलाल लिल्हारे सहित अन्य ग्रामीणजन मौजूद थे.


Web Title : VILLAGERS DEMAND TO MAKE RAJEGAON PANCHAYAT, VILLAGERS SUBMIT MEMORANDUM TO DISTRICT ADMINISTRATION, SARPANCH SAYS POLITICAL STUNT