शासन और प्रशासन के आदेशों की पेट्रोल पंपो में उड़ रही धज्जियां, आखिर कब कोरोना को लेकर गंभीरता दिखायेंगे हम

बालाघाट. बालाघाट में रोजाना नये मिल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की क्रमवार बढ़ती संख्या ने लोगों को चितिंत कर दिया है, यह सही है कि सरकार ने अब तक बढ़ते मरीजों के बावजूद वह सख्ती पाबंदी लागु नहीं की है, जो कोरोना की पहली और दूसरी लहर में दिखाई दी थी. लेकिन यह भी सही है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर से पहले जिस तरह से हमने सुरक्षा को लेकर बेपरवाही का परिचय दिया था, उसके कारण ही हमें वह देखना और भोगना पड़ा, जिसकी हम में से किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. अमूमन रोजाना ही कोरोना से हुई मौतो ने किसी ने पति खोया, किसी ने मां, बहन, पिता, भाई, बेटी सहित हर रिश्तेदारों को खो दिया. जिसका दर्द वे ही जान सकते है, जिन्होंने कोरोना में अपनो को खोया है, कोरोना की दूसरी लहर में मरीजांे की संख्या कम होने के बाद फिर हम बेफ्रिक हो गये, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक देकर यह जता दिया है कि कोरोना अभी गया नही है और इससे बचाव के लिए केवल वेक्सीनेशन ही जरूरी नहीं है बल्कि नियमों का पालन भी जरूरी है, जिले में अब तक आये अधिकांश मरीजों की जानकारी बयां करती है कि वेक्सीनेशन के बाद भी वह कोरोना की चपेट में आये है, इन सब में सबसे महत्वपूर्ण बात है कि हमने कोरोना से बचाव को लेकर जारी नियमों खासकर मॉस्क और दो गज दूरी का पालन नहीं किया. यही कारण है कि कोरोना ने तीसरी लहर के रूप में दस्तक देकर लोगों की चिंता बढ़ा दी है. बावजूद इसके लोग कोरोना नियमों को लेकर अनदेखी कर रहे है, ना दुकानदार मॉस्क पहन रहे है और ना ही ग्राहक. इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम में हम जाने से परहेज नहीं कर रहे है. जिसके चलते एक बार फिर कोरोना ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. हालिया दिनो में बढ़ते कोरोना मॉस्क को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री ने पेट्रोल पंपो में बिना हेलमेट और मॉस्क के पेट्रोल नहीं देने के निर्देश जारी किये है, ताकि लोग सजग होकर और पेट्रोल की आवश्यकता को महसुस करते हुए नियमों का पालन करें, लेकिन रियलटी चेक में देखने को मिला है कि शहर के लगभग सभी पेट्रोल पंपो में हेलमेट तो दूर बिना मॉस्क आने वाले वाहन चालकों को भी कमाई के चक्कर में पेट्रोल पंप संचालक पेट्रोल दे रहे है, कई पेट्रोल पंपो में वाहन चालकों को छोड़ भी दिया जायें तो पेट्रोल पंपकर्मी ही बिना मॉस्क लगाये पेट्रोल दे रहे है. जिससे फिर कैसे हम कोरोनो के बढ़ते मामले को रोक सकते है.

कहते है कि इंसान को मौत का डर सताता है, लेकिन इस डर को लेकर हम कितने सजग है, यह न तो पेट्रोल पंप संचालक, पेट्रोल पंप कर्मी और आम लोग नहीं समझ रहे है, जिससे जिले में कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती संख्या, अतित में कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता को याद दिलाती है.

हमारे प्रेस रिपोर्टर द्वारा शहर के उन पेट्रोल पंपो में पहुंचकर मॉस्क और हेलमेट को लेकर रियालटी चेक किया गया. जहां सबसे ज्यादा लोग पेट्रोल भरवाने आते है लेकिन देखने में आ रहा है कि इन पेट्रोल पंपो में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है, जब रिपोर्टर का कैमरे देखा तो कर्मी न केवल स्वयं मॉस्क लगाने लगे बल्कि पेट्रोल भराने आये लोगों को भी मॉस्क लगाने की बात करने लगे. कैमरे के सामने और कैमरे के पीछे की सजगता और निष्क्रियता बयां करती है कि हम कोरोना नियमो के पालन को लेकर कितने सजग है. फिलहाल जागरूक नागरिकों ने शासन और प्रशासन से अनुरोध किया है कि जिस तरह से रोको-टोको अभियान सड़को पर बिना मॉस्क पहने निकले लोगों के खिलाफ चलाकर उनसे जुर्माना वसुल किया जा रहा है, उसी तरह शहर के सार्वजनिक स्थानों पर भी संचालित ऐसे प्रतिष्ठानों की आकस्मिक जांच करें, जहां भीड़-भाड़ के साथ ही कोरोना नियमो का उल्लंघन किया जा रहा है. फिलहाल हमारा अनुरोध नागरिकों से इतना है कि आप सुरक्षित है तो सब सुरक्षित है, इस तरह का भाव लेकर कोरोना नियमों का पालन को लेकर सजगता दिखाये, अन्यथा कोरोना तो तलाश ही कर रहा है कि जो भी नियमों का पालन नहीं करेगा, उसका वह शिकार करेगा.


Web Title : WHEN WILL WE SHOW SERIOUSNESS ABOUT CORONA?