जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के लिए शिविर 30 को

बालाघाट. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला चिकित्सालय परिसर में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के निर्देशन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मनोज पांडेय के मार्गदर्शन में संचालित डीईआईसी में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित 1 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए शिविर का आयोजन किया गया है. डॉ. पांडेय द्वारा बताया गया कि शिविर केवल जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए रहेगा. इस शिविर में जबलपुर के डॉक्टर के. एल. उमा माहेश्वर शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ और मुंबई नारायणा हृदयालय के डॉ. सुप्रितम सेन शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ अपनी सेवाए देंगे. डॉ. पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर में बालाघाट जिले के 10 विकास खंडों के हृदय रोग से चिन्ह अंकित लगभग 150 बच्चों को बुलाया गया है. साथ ही ऐसे सभी बच्चे आ सकते हैं जिनको हृदय रोग की समस्या है या उनकी पूर्व में सर्जरी हो चुकी है. उनका फॉलो अप भी किया जाएगा. शिविर में सभी बच्चों की निःशुल्क जांच की जाएगी.  डीपीएम विक्रम सिंह ने अपील की  है कि शिविर में आने वाले समस्त बच्चे अपने साथ पुरानी इको रिपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र, बच्चें की फोटो, आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, समग्र आइडी, आयुष्मान कार्ड या अन्य ऐसा कोई भी दस्तावेज जिसमें बच्चे का नाम दर्ज हो लेकर अवश्य आएं.

बीमारी की पहचान कैसे करें

सिविल सर्जन एवं सह मुख्य अस्पताल डॉ संजय दबडघाव ने बताया की हृदय रोग से संबंधित रोगों के प्रति जन समुदाय को जागरूक करने के लिए ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाता है. मरीज की पहचान ऐसे दिखने वाले लक्षणांे से की जा सकती है. जिसमें बच्चों होठों का नीला पड़ना, खेलते खेलते थक जाना, माथे पर पसीना आना, बार-बार सर्दी जुकाम खांसी बुखार होना, वजन ना बढ़ना, शरीर का विकास उम्र के हिसाब से ना होना, छोटे बच्चे को दूध पीते समय माथे पर पसीना आना, सांस का फूलना, बच्चों को खिलाते समय कठिनाई होना, चक्कर आना, थकान, बेहोशी और कमजोरी महसूस करना, नाखून विस्तार हो या जीभ पर पीला रंग पड़ जाना, तेज सांस लेना, सांस लेने में कष्ट होना और शारीरिक गतिविधियों असामान्य रहना, यह सभी लक्षण हृदय रोग से संभावित हो सकते हैं. यदि ऐसा कोई भी लक्षण आप अपने बच्चे में देखें तो उसे एक बार अवश्य जांच कराएं और हृदय रोग से निजात पाएं.  


Web Title : CAMP FOR CHILDREN SUFFERING FROM CONGENITAL HEART DISEASE ON 30