श्रीराम की तरह आपके अंदर कोई गुण नहीं फिर क्यों दिखावे के लिए नारे लगाते हो ! बाल कवियों ने किया काव्यपाठ, छोटी सी आशा काव्यपाठ समारोह में बाल कवियों को हेल्पिंग हेंडस ने किया सम्मानित

बालाघाट. 5 वर्ष से 15 वर्ष के बच्चों की साहित्यिक प्रतिभा और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने की मंशा से सामाजिक सेवा में अग्रणी हेल्पिंग हेंडस संस्था द्वारा छोटी सी आशा नाम से काव्य पाठ समारोह का आयोजन मोती उद्यान में किया गया था. जहां बाल-कवियो ने अपनी साहित्यिक प्रतिभा का परिचय दिया. इस दौरान एक बाल कवियित्री ने भगवान श्रीराम पर काव्यपाठ करते हुए कहा कि ‘‘ राम नाम तो रोज जपते हो, मगर राम की तरह मर्यादा पुरूषोत्तम बन पाए हो, आप कहते हो श्रीराम मेरे सीने में बसते है, पर कभी अपने माता-पिता को सीने से लगाए हो, श्रीराम अपने पिता के लिए घर छोड़कर चले गए, पर आप अपने मां-बाप को घर से निकाल देते हो, श्रीराम की तरह आपमें कोई गुण नहीं पर क्यो दिखावे के लिए नारे लगाते हो!! इसके अलावा कई और बाल कवियों ने अपनी साहित्यिक प्रतिभा से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.

बाल काव्यपाठ समारोह में बतौर अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष भारतीसिंह ठाकुर, शालू गांधी और जयश्री सोनवाने उपस्थित थे. जिन्होंने बच्चों की अद्भुत प्रतिभाओं की सराहना की.  बाल काव्यपाठ में बालाघाट के बाल कवियों ने अपनी प्रस्तुतियां प्रस्तुत की, अपनी मासुमियत से से जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने अनूठे दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया.   हेल्पिंग हैंड्स संस्था ने बताया कि आयोजित इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना और उन्हें कविता कला के माध्यम से अपने विचारों को अभिव्यक्त करने का एक मंच प्रदान करना था.  प्रतियोगिता के दौरान, कई बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को आकर्षित किया. मेघा सेठिया और नवोदय, ने सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों के लिए एक सुगम और उत्साहित आयोजन को सफल बनाने का प्रयास किया.

कार्यक्रम के अंत में प्रतियोगिता के विजेताओं में ग्रुप-ए में ध्रुवांश शर्मा प्रथम, आर्ना बोथरा द्वितीय और जीनल कांकरिया तीसरे स्थान पर रहे. जबकि ग्रुप-बी में अर्पिता चौधरी प्रथम, स्थान अनुष्का नाहाटा द्वितीय और और वैष्णवी दियेवार तृतीय स्थान पर रही. इनके अलावा सभी प्रतिभागियों को आयोजक संस्था हेल्पिंग हेंड्स द्वारा सम्मानित किया गया.  इस प्रतियोगिता ने ना केवल इन बाल कवियों की प्रतिभाओं को मान्यता दी. बल्कि बच्चों की रचनात्मकता, सांस्कृतिक विकास और साहित्यिक प्रेम को बढ़ावा देने के महत्व को भी प्रोत्साहित किया. इस दौरान हेल्पिंग हैंड्स से तलाश श्रीनाग, नीरज खत्री,रिक्की, मेघा सेठिया, कृतिका बागरेचा, नवोदय, जैनम चौरडिया, छवि सेठिया, सैंडी नैनवानी, प्रिंस जायसवाल, जया हस्सानी और राजुल चौरड़िया उपस्थित थे.  


Web Title : YOU HAVE NO QUALITIES LIKE SHRI RAM, THEN WHY DO YOU SHOUT SLOGANS FOR SHOW? CHILD POETS RECITE POEMS, SMALL HOPE FELICITATES CHILD POETS AT POETRY RECITATION CEREMONY