भूख हड़ताल पर बैठे विस्थापितों की तबियत बिगड़ी

बलियापुर : सीमपाथर गांव में नियोजन व मुआवजा की मांग को लेकर भूख हड़तान कर रहे डीवीसी विस्थापित ग्रामीणों आ आंदोलन मंगलवार को भी जारी रहा.

घटवार आदिवासी महासभा के संरक्षक रामाश्रय सिंह के नेतृत्व में धनबाद, जामताड़ा व पश्चिम बंगाल के पुरूलिया व वर्दमान जिले के सैकड़ों ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठे हैं.

अनेक महिलाएं अपने बच्चों के साथ भूख हड़ताल में शामिल हैं. भूख हड़ताल के दूसरे दिन बलियापुर स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ. डीके दास ने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ भूख हड़ताल स्थल पर पहुंच हड़तालियों के स्वास्थ्य की जांच की.

बताते हैं कि कई ऐसे लोग जो बुजुर्ग हैं उनका स्वास्थ्य खराब होने लगा है. भूख हड़ताल पर बैठे पुरुलिया रांगाडहर गांव निवासी 65 वर्षीय नेपाल मल्लिक, 72 वर्षीय शीतल बेसरा, 70 वर्षीय काशीनाथ प्रमाणिक, 60 वर्षीय बॉबी देवी, शंभू टुडू, सुकुरमुनी देवी, सुमित्र टुडू, कृष्णा महतो, पागल महतो, दुर्योधन महतो की तबियत खराब है.

इन्हें बुखार आने लगा है. सिर में चक्कर की शिकायत है. आंदोलन के अगुवा रामाश्रय सिंह की तबियत भी खराब हो रही है. उन्हें कमजोरी महसूस हो रही है.

मालूम हो कि सीमपाथर गांव के दामोदर नदी तट पर एक मार्च 2016 से ही घटवार आदिवासी महासभा के तत्वावधान में सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है.

धरना के बाद भी सरकार व प्रशासन की ओर से गंभीर नहीं होने पर विस्थापित ग्रामीण अब अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए है.

Web Title : HEALTH DETERIORATED HUNGER STRIKING REFUGEES