नक्सलियों के तांडव के बाद कई ट्रेन विलंब से खुली, यात्री हुए परेशान

गोमो : धनबाद रेलमंडल के सीआईसी सेक्शन स्थित डुमरी बिहार स्टेशन पर गुरुवार की देर रात नक्सलियों ने जमकर तांडव मचाते हुए रेलवे को भारी नुकसान पहुंचाया.

नक्सलियों ने डुमरी बिहार स्टेशन के पैनल रूम में आग लगा दिया. जिससे कमरे में रखे सारे पैनल सहित अन्य समान पूरी तरह से जलकर राख हो गए. नक्सलियों के इस कार्य से गोमो बरकाकाकाना रेलखंड पर अप और डाउन लाइन पर परिचालन रात भर पूरी तरह से बाधित रहा

जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.  बताया जाता है की गुरुवार की रात 10 बजे गोमो से पतरातू के लिए मालगाड़ी जा रही थी.

जिसे गोमो के चालक उदित साहू और गार्ड कृष्ण प्रसाद लेकर जा रहे थे.  रात जब 12 बजे मालगाड़ी डुमरी बिहार पहुंची तब नक्सलियों ने गार्ड ब्रेक के पास जाकर गार्ड ब्रेक के गेट को खोलने को कहा और कहा की अगर गेट को नहीं खोले तो हम तुम्हे बाहर से ही गोली मार देंगे.

जिसके बाद मालगाड़ी के गार्ड ने अपने गार्ड ब्रेक के दरवाजे को खोल दिया. गार्ड द्वारा गार्ड ब्रेक के दरवाजे के खुलते हीं नक्सली संगठन के दो सदस्य गार्ड ब्रेक के अंदर पहुंचे और कहा की तुम्हारे पास बात करने का कौन कौन से साधन है, जिसके बाद गार्ड ने मोबाइल और वॉकी टॉकी उनके सामने रख दिया.

जिसे लेकर वह आराम से लेकर गार्ड ब्रेक से उतर गए, इस दौरान उन्होंने गार्ड को होशियारी नहीं करने का नसीहत भी दिया.

नक्सलियों द्वारा स्टेशन परिसर में काफी उत्पात मचाया गया.  इस दौरान नक्सलियों ने स्टेशन परिसर के कई जगहों पर सरकार विरोधी पोस्टर चिपकाये गए.

इस घटना के बाद गोमो बरकाकाना रेलखंड पर परिचालन को पूरी तरह से रोक दिया गया. वहीं गोमो से खुलने वाली सुबह खुलने वाली 5 बजकर 40 मिनट पर खुलने वाली 53343 अप गोमो चौपन इलाहाबाद सवारी गाडी को रद्द कर दिया गया.

वहीं सबसे ज्यादा परेशानी राजेंद्रनगर बरकाकाना के कोच के यात्रियों को हुई. नौ बजकर 50 मिनट पर खुलने वाली गोमो चोपन सवारी गाडी 11 बजे गोमो से खुली.

वहीं डाउन इलाहाबाद चौपन गोमो सवारी गाडी अपने समय से घंटो देर से लगभग 11 बजे गोमो पहुंची. जिसके कारण सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर खुलने वाली बरकाकाना गोमो आसनसोल सवारी गाडी 1 बजकर 5 मिनट पर गोमो से खुली जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियो का सामना करना पड़ा.

Web Title : MANY TRAINS WERE DELAYED AFTER THE MAOISTS TURBANS PASSENGERS WERE DISTURBED