नवीनतम सुविधाओं से समृद्ध हुआ झरिया का मातृ सदन

झरियाः झरिया के सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था मारवाड़ी सम्मेलन ट्रस्ट द्वारा संचालित कोयलांचल का 60 साल पुराना शिशु प्रसव अस्पताल मातृ सदन, पिछले छः महीनों में कई नवीनतम सुविधाओं से युक्त हुआ है.

 

विगत वर्ष के अगस्त माह में जब से नयी कार्यकारिणी समिति पदासीन हुई, तब से मातृ सदन में न केवल आमून-चूल परिवर्तन हुआ है, बल्कि व्यवस्थागत सुधारों से संस्था की प्रगति को एक नया आयाम भी मिला है.

उपरोक्त बातें शनिवार को मातृ सदन में आयोजित प्रेस वार्ता में ट्रस्ट एवं सदन ; दोनों के अध्यक्ष डाॅ. ओमप्रकाश अग्रवाल एवं अन्य पदाधिकारियों ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहीं. 

मातृ सदन के डिजिटेलाइजेशन पर जोरः 

मातृ सदन कमिटी के पदाधिकारियों ने बताया कि अस्पताल की हर संभव व्यवस्था को कम्प्यूटरीकृत करने का प्रयास कर लिया गया है.

व्यवस्था का डिजिटेलाइजेशन होने से मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए सुविधाएं बढ़ जायेंगी.

ओपीडी एवं स्टाॅफ रूम को पूरी तरह कम्प्यूटरीकृत कर दिया गया है.

लेखा विभाग में अब सभी काम डिजिटलीकृत हो जायेेंगे.

सदस्यों ने यह भी कहा कि हम ऐसी कोशिश कर रहे हैं कि सन् 1957 से लेकर अबतक हुए प्रसव का पूरा ब्यौरा कंप्यूटर में अपलोड कर दिया जाएगा.   

महिला बंध्याकरण मुफ्त कराएं, 1000 की प्रोत्साहन राशि पाएं 

डाॅ. अग्रवाल ने बताया कि परिवार कल्याण योजना के तहत समिति द्वारा यह सुविधा दी जा रही है कि महिलाओं का बंध्याकरण निःशुल्क हो रहा है.

साथ ही, जिनका बंध्याकरण होता है, उन्हें एक हजार रूपये प्रोत्साहन राशि से नवाजा जाता है.

जननी सुरक्षा योजना के तहत हर जच्चा को 1000 रूपये 

इस योजना के तहत हर जच्चा को प्रसवोपरांत एक हजार रूपये दिये जा रहे है.

सामान्य एवं शल्य चिकित्साय दोनों मामलों में यह राशि प्रदान की जाती है. 

रंगीन अल्ट्रासोनोग्राफी की सुविधा हुई शुरू 

अस्पताल प्रबंधन ने अल्ट्रासोनोग्राफी की सुविधा शुरू की है.

हालांकि, यह सुविधा पहले भी मातृ सदन में उपलब्ध थी.

लेकिन, चार वर्ष पूर्व बंद हो गयी थी.

सोनोग्राफी का परिणाम मरीजों को श्वेत-श्याम नहीं, बल्कि रंगीन मिलेगा.     

पांच मिनट में प्राप्त करें जांच रिपोर्ट 

मातृ सदन प्रबंधन समिति ने तीन लाख रूपये की नयी मशीन (ब्लड एनेलाइजर) लगायी है.

इस मशीन के जरिए कई जांच-रिपोर्ट महज तीन से पांच मिनटों में प्राप्त किया जा रहा है.

यह सुविधा 24 घंटे मिलती है. इससे मरीजों के त्वरित इलाज में काफी राहत मिल रही है.  

अस्पताल के कर्मचारियों को आगामी अप्रैल माह से नया वेतनमान

डाॅ. अग्रवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि गत जनवरी माह में मातृ सदन के प्रत्येक कर्मचारियों के वेतन में 500-500 रूपये का इजाफा किया गया था.

अब, आने वाले अप्रैल माह से सभी (कुल 60) कर्मचारियों को नया वेतनमान दिया जायेगा.

इससे अस्पताल के कुल खर्च पर दुगुना भार बढ़ जायेगा.  

एनेस्थेसिया डाॅक्टरों की फीस बढ़ी 

अस्पताल प्रबंधन द्वारा एनेस्थेसिया के डाॅक्टरों को दी जाने वाली राशि बढ़ा दी गयी है.

पहले 500 रूपये का भुगतान होता था, अब 1000 रूपये दिये जायेंगे.

नार्मल डिलीवरी 1600 और सिजेरियन 5000 रूपये

मातृ सदन के बढ़े हुए खर्च एवं कर्मचारियों के भावी वेतन बढ़ोतरी से बढ़ने वाले आर्थिक भार को कम करने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने सामान्य प्रसव एवं शल्य क्रिया द्वारा प्रसव के दाम बढ़ाएं हैं.

नार्मल डिलीवरी का चार्ज, जो पहले 600 रूपये था, उसे 1600 और सिजेरियन डिलीवरी, जो पहले 3200 रूपये था, उसे बढ़ाकर 5000 रूपये कर दिया गया है.

वहीं, सोनोग्राफी का रेट पूर्ववत 500 रूपये ही है.      

इसके अतिरिक्त अस्पताल प्रबंधन ने शिशु विभाग में तथा प्रसूति विभाग में कुछ नये एवं कुशल डाॅक्टरों को मातृ सदन से जोड़ा है, ताकि मरीजों के समुचित इलाज एवं प्रसव आदि कार्यों में किसी को तनिक भी परेशानी न हो.

वहीं, पहली बार अस्पताल में साफ-सुथरे एवं समृद्ध कैन्टीन की भी व्यवस्था की है.

मरीजों के बैठने के लिए स्टील सोफा आदि लगाये गये हैं.

सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था हेतु 32 नये कैमरे लगाये गये हैं.

जेनरल वार्ड में मरीज के साथ, रात में, एक महिला के रहने की अनुमति दी गयी है. पहले यह सुविधा केबिन के मरीजों को ही मिला करती थी.      

प्रेस वार्ता के मौके पर मारवाड़ी सम्मेलन के सचिव विनोद अग्रवाल, संजय झुनझुनवाला, कोषाध्यक्ष पवन केजरीवाल, मातृ सदन प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष शिव चरण शर्मा, सचिव चन्द्रप्रकाश चैखानी, अंकित अग्रवाल, कोषाध्यक्ष सुमित अग्रवाल, सदस्य राकेश अग्रवाल, शिवकुमार अग्रवाल, विमल मौलवी, संजय केडिया, दिनेश गोयनका आदि उपस्थित थे.  

 

 

Web Title : MATRI SADAN ENRICHED WITH LATEST FACILITIES