रेड्डी, ददई दुबे और ललन चौबे का इंटक गुट फर्जी : वाई एन उपाध्याय

धनबाद : धनबाद में इंटक को लेकर एक बार फिर से विवाद गरमाने लगा है. सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कोलयरी कर्मचारी संघ के महामंत्री वाईएन उपाध्याय ने कहा की केके तिवारी (इंटक) गुट ही असली इंटक है.

उन्होंने राजेंद्र सिंह , रेड्डी और ददई तथा ललन चौबे (इंटक) गुट को पूरी तरह से फर्जी बतलाया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट ने भी केके तिवारी (इंटक) गुट को ही सही ठहराया है.

अपने को इंटक का सच्चा नुमाइंदा बतलाने वाले राजेंद्र रेड्डी भी अब तो एचएमएस में अपनी जगह तलाश रहे है. ललन ओर ददई गुट को पहले ही कोर्ट ने रास्ता दिखा दिया है. इन सभी फर्जी गुट को सभी तरह के कोल् कंपनियों ने प्रतिबंधित कर रखा है.

उपाध्याय ने बताया कि कोलयरी कर्मचारी संघ इंटक से संबद्ध हो सके इसकी स्वीकृति इंटक के राष्ट्रीय महा सचिव केके तिवारी की और से मिल चुकी है. उनके द्वारा इंटक का ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी नियुक्त किया है.संघ का आगामी 7 जुलाई को होने वाले आम सभा में इंटक से संबद्धता के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि संघ समरेश सिंह की अगुवाई में वर्षो से मजदूर हीत में काम करता रहा है. इंटक से संबद्धता के बाद इस संगठन को और ज्यादा गति मिलेगी.

Web Title : REDDY DADAY DUBEY AND LLAN CHOUBEY INTAC GROUP FAKE: Y N UPADHYAY