श्री श्री रविशंकर ने धनबाद वासियों को सिखाया जीने की कला

धनबाद : गुरुवार को आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर अपने झारखंड दौरे के क्रम में धनबाद पंहुचे. पूरा शहर उनके आगमन को लेकर उत्साहित था.

अपने महासत्संग कार्यक्रम में श्री श्री रविशंकर ने लोगो को जीने की कला सिखाई. उन्होंने सभी को अपना शहर साफ-सुथरा रखने का संकल्प दिलाया, तो साथ ही नक्सलियों से बंदूक छोड़कर मुख्य धारा में जुड़ने की अपील की.

गोल्फ ग्राउंड में आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मंच पर पहुंचते ही श्रीश्री ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया, कुछ अनुयायियों ने उन्हें बुके और उपहार भेंट किए. श्रीश्री ने कहा की झारखण्ड में आपार संभवानाए है फिर भी यंहा के लोग गरीब और पीड़ित है.

उन्होंने कहा की वे नक्सलियों की पीड़ा समझते है उनसे अपील है की सामाजिक न्याय और उत्थान के लिए बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2008-09 में लातेहार की एक जेल में नक्सलियों से मिले थे, बंदियों से बात की, उनके शिक्षकों ने ध्यान कराया. नतीजा यह निकला कि काफी संख्या में नक्सली मुख्यधारा में लौट आए.

बाद में श्री श्री आइआइटी आइएसएम् भी पंहुचे. यंहा उन्होंने छात्रों और टीचर  से बात की. उन्हें भी तनाव मुक्त जीवन जीने की कला सिखाई, उन्होने छात्रों से बेहतर समाज के निर्माण में भागीदारी निभाने की अपील की

 

Web Title : SRI SRI RAVI SHANKAR TAUGHT THE ART OF LIVING TO THE PEOPLE OF DHANBAD