माडा के दिन फिरे, सौ साल बाद आयी सौ करोड़ से ज्यादा राशि

धनबाद: माडा के दिन फिरनेवाले हैं.

लंबी लड़ाई के बाद इस संस्थान को 173 करोड़, 75 लाख, 65 हजार रुपये की बड़ी रकम भुगतान की गयी है.

रुपये का भुगतान बीसीसीएल ने किया है.

बीसीसीएल के पास माडा के बाजार फीस के रकम बकाये थे.

सौ वर्षों के बाद इतनी बड़ी रकम इस संस्थान के खाते में आयी है.

इससे पूर्व सर्वाधिक 3 करोड़ रूपये की राशि ही मिली थी.

बकाये रुपये का भुगतान हो जाने से माडा को नया जीवन मिला है.

बड़ी रकम आने के बाद माडा कर्मियों में उत्साह है.

माडा एमडी डॉ. रवीन्द्र सिंह ने बताया कि राशि को बैंक खाते में जमा कर दिया गया है.

राज्य सरकार व कोर्ट के निर्देश आने के बाद ही राशि को बैंक से निकालकर विभिन्न मद में खर्च किया जाएगा.

राशि को कहां कैसे खर्च करना है इसके लिए पॉलिसी बनायी जाएगी.

माडा कर्मियों से उन्होंने बकाये वेतन व अन्य मद के भुगतान किये जाने के लिए थोड़े समय के लिए धैर्य बरतने की अपील की है.

वहीं कर्मियों को उम्मीद है कि राशि आने के बाद भुगतान भी जल्द ही ​कर दिया जाएगा.

माडा के रिटायर कर्मियों का लगभग 45 करोड़ रुपया भुगतान किया जाना बाकी है.

कार्यरत कर्मचारियों के वेतन मद में 110 करोड़ रुपये बकाया है.

बाजार फीस का 50 फीसदी हिस्सा राज्य सरकार का होता है.

इस हिसाब से माडा का 87 करोड़ रुपया ही अपना है शेष राज्य सरकार का है.

आर्थिक तंगी से परेशान कुछ माडा कर्मी आत्महत्या कर चुके हैं.

राशि आने से उम्मीद जगी है कि किसी कर्मी को आ​र्थिक तंगी के दौर से नहीं गुजरना पड़ेगा. माडा का रुपया डीवीसी और सेल के पास भी बकाया है.

बुके देकर सम्मानित किया

बड़ी रकम मिलने से खुशी माडा कर्मियों ने एमडी डॉ. रविन्द्र सिंह को बुके देकर सम्मानित किया और धन्यवाद दिया.

Web Title : HAPPIER DAYS ARE AGAIN IN MADA