एसएसएलएनटी कॉलेज में बौद्ध दर्शन पर सेमिनार

धनबाद: एसएसएलएनटी कॉलेज में बौद्ध दर्शन पर दो दिवसीय सेमिनार चल रहा है.

इसका आयोजन कॉलेज के दर्शन शास्त्र विभाग ने किया है.

सेमिनार में मुख्य अति​थि बिहार सरकार के पूर्व सचिव राय मदन किशोर थे.

सेमिनार के वक्ता गया कॉलेज गया में अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष केके नारायण व मगध विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र के प्रोफेसर कुसुम कुमारी थी.

प्रोफेसर कुसुम कुमारी ने कहा कि दर्शन से सभी चीजों का प्रादुर्भाव हुआ है.

जीवन जीने की पद्धति ही दर्शन है.

दार्शनिक ज्ञान हमारे जीवन को धारदार बनाता है.

कुछ विद्वानों ने कहा है कि बौद्ध मात्र दर्शन है धर्म नहीं, लेकिन मेरा मानना है कि बौद्ध मात्र दर्शन न होकर धर्म भी है.

गौतम बुद्ध ने कहा था कि देखो, समझो और अनुभव करो. ज्ञान के प्रकाश से दुनिया को देखने की बात गौतम बुद्ध ने कही थी.

स्पर्धा मन में दुख पैदा करता है. बौद्ध धर्म को उन्होंने वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित दर्शन बताया.

केके नारायण ने कहा कि बारह वर्षों तक व्यावहारिक जीवन जीने के बाद बुद्ध ने सन्यास ग्रहण किया.

उन्होंने चिन्तन, मनन से ज्ञान प्राप्त किया. सिर्फ मंत्रों का जाप करना काफी नहीं होता, आधारभूत ज्ञान होना जरूरी है.

कई चैनलों पर बाबाओं का प्रवचन प्रसारित किया जाता है.

इसके बाद भी विश्व में अशांति फैली है. इसका सीधा अ​र्थ है कि प्रवचनकर्ता भी संतुष्ट नहीं है.

सेमिनार में कॉलेज के प्रभारी प्राचार्या प्रो. मीना श्रीवास्तव, प्रो. रीता शर्मा, प्रो. सरिता श्रीवास्तव, प्रो. रीता वर्मा सहित छात्राएं उपस्थित थी.

Web Title : SEMINAR ON BUDDHIST PHILOSPHY AT SSLNT

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