करंट लगाने से महिला की मौत, बिजली अधिकारीयों का दावा- मौत करंट से नहीं

धनबाद : धैया के राहरगोरा में करंट की चपेट में आने से 44 वर्षीया मीरा देवी की मौत हो गई. वे घर की बगल में बने अस्थायी बाथरूम में नहाने गई थीं. आधे घंटे बाद भी बाहर नहीं निकलीं, तो परिजनों को संदेह हुआ. उन्होंने बाथरूम में देखा, तो मीरा गिरी पड़ी थीं. हाथ और पीठ में जलने के निशान थे. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

हालांकि परिजनों को इस पर यकीन नहीं हुआ और वे उन्हें लेकर चार अन्य अस्पतालों में भी गए, लेकिन हर जगह उन्हें मायूसी हाथ लगी. साथ ही, महिला की मौत पर हंगामा भी खूब हुआ. सभी बिजली विभाग को कसूरवार ठहरा रहे थे. पुलिस भी पहुंची, जिसने लोगों को शांत कराया. वहीं, मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के अधिकारियों का दावा है कि महिला की मौत करंट से नहीं हुई है. उनका कहना है कि पोल सीमेंट का है और उससे करंट लग ही नहीं सकता.

स्थानीयअस्पताल में मृत घोषित किए जाने के बावजूद परिजनों को मीरा देवी के जीवित होने की आस थी. वे उन्हें लेकर पहले असर्फी, फिर सर्वमंगला अस्पताल और वहां से पीएमसीएच ले गए. हर जगह डॉक्टरों ने उन्हें मृत बताया. पीएमसीएच से घर लौटते समय फिर परिजनों को लगा कि महिला के शरीर में हरकत है. वे उन्हें लेकर जालान अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा मिली.

बिजली विभाग के एई ने कहा- बिजली का पोल सीमेंट का है. ऐसे में करंट नहीं लग सकता. हालांकि जांच की जा रही है. अगर करंट लगा है, तो उसका कारण क्या हो सकता है, इसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

 

Web Title : WOMANS DEATH BY ELECTRIC SHOCK