नई दिल्ली : देश के आयात और निर्यात दोनों में गिरावट का सिलसिला बरकरार है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस साल नवंबर में भारत का निर्यात पिछले साल के इसी महीने के 26. 07 अरब डॉलर से घटकर 25. 98 अरब डॉलर रह गया. यही नहीं, अक्टूबर के मुकाबले भी नवंबर में निर्यात कम हुआ है. इस साल अक्टूबर में भारत ने 26. 38 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं का निर्यात किया था. यह लगातार चौथा महीना है जब देश के निर्यात में गिरावट आई है.
अगर आयात की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले इस बार नवंबर में यह 12. 71 फीसदी घटकर 38. 11 अरब डॉलर रह गया है. पिछले साल नवंबर में आयात 43. 66 अरब डॉलर था. बता दें कि लगातार छह महीने से आयात में भी गिरावट का सिलसिला बरकरार है. हालांकि, व्यापार घाटा यानी ट्रेड डेफिसिट में कमी आई है. नवंबर 2018 में यह 17. 58 अरब डॉलर था जो इस साल 12. 12 अरब डॉलर पर आ गया.
हालांकि, पेट्रोलियम और रत्नाभूषणों के अलावा अन्य वस्तुओं का निर्यात नवंबर में पिछले साल के इसी महीने से 4. 08 फीसदी बढ़कर 19. 31 अरब डॉलर हो गया. पिछले साल नवंबर में इन वस्तुओं का निर्यात 18. 55 अरब डॉलर का हुआ था. जबकि तेल का आयात इस साल नवंबर में 11. 06 अरब डॉलर का हुआ जोकि पिछले साल इसी महीने में 13. 52 डॉलर मूल्य का तेल आयात हुआ था. इस प्रकार तेल के आयात में डॉलर के मूल्य में पिछले साल के मुकाबले 18. 17 फीसदी की कमी आई.
आयात और निर्यात में गिरावट का मतलब ये है कि इंडस्ट्री में सुस्ती छाई हुई है. डिमांड कम होने की वजह से प्रोडक्शन कम हो रहा है. यही वजह है कि आयात होने वाले कच्चे माल भी कम मंगाए जा रहे हैं. वहीं, निर्यात के घटने का मतलब है कि व्यापार घाटा बढ़ेगा, जो ठीक नहीं है. ऐसे में अर्थव्यवस्था के लिहाज से यह चिंता का विषय है.