बालाघाट. आज बालाघाट की पावन भूमि धन्य हो गई. परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज की परम शिष्या आर्यिका रत्न तपोमती माताजी ससंघ का बालाघाट नगर में प्रवेश हो गया है. अब वे यहां ससंघ चातुर्मास तक रहेगी. तपोमती माताजी ससंघ 10 आर्यिका माताजी के साथ आज 4 जुलाई को 13 वर्षों बाद पिंडरई से लगभग 98 किमी का पद विहार करते हुए नगर में मंगल प्रवेश किया. जिनकी अगुवानी करने पूरा समाज मौजूद था. समाज के निर्वतमान अध्यक्ष दीपक जैन, नवनिर्वाचित अध्यक्ष वीरेन्द्र जैन, जयकुमार जैन, डॉ. आर. के. जैन, सुशील जैन, नितिन जैन, प्रमोद जैन, अजय जैन सहित चिंताममणी जागृति जैन मंडल, सांस्कृतिक बहु मंडल, बालिका मंडल, तरूण क्रांति मंच और समाज के सभी सामाजिक बंधु बड़ी संख्या में मौजूद थे.
सायंकाल लगभग 4 बजे भटेरा मार्ग से उनका मंगल प्रवेश नगर मंे हुआ, जहां से पूरे भक्तिभाव के साथ सामाजिक बंधुओं ने उनकी आगवानी की. जिनका जगह-जगह सामाजिक बंधुओ ने स्नेहिल अभिनंदन किया. गौरतलब हो कि आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महामुनिराज से आर्यिका संघ के चतुर्मास के लिए मंगल आशीर्वाद मिलने के बाद से दिगंबर जैन समाज उनके बालाघाट आगमन की बाट जो रहा था. आज 4 जुलाई को आर्यिका रत्न तपोमति माताजी ससंघ के बालाघाट में चातुर्मास के लिए पहुंचने पर उनकी सामाजिक बंधुओं ने आगवानी की.
बालाघाट में मंगल प्रवेश के बाद आर्यिका रत्न तपोमति माताजी ससंघ ने मेनरोड मंे भाउसाहब मंदिर मंे दर्शन किये. जिसके बाद वह महावीर भवन पहुंची. जहां उन्होंने सामाजिक बंधुओ को अपने विचारों से मार्गदर्शित किया. इस अवसर पर बालाघाट सामाजिक संगठन द्वारा पिंडरई से बालाघाट तक जो भी लोग आर्यिका रत्न तपोमति माताजी ससंघ के साथ पैदल विहार करते हुए बालाघाट पहुंचे, उनका सम्मान किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु मौजूद थे.