रसोईयों ने मानदेय बढ़ाने उठाई आवाज, प्रदेश सरकार ठेका पद्धति को बंद करें-राजेश वर्मा

बालाघाट. आज 17 फरवरी को भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले भारतीय स्वसहायता समूह रसोईया संघ ने बस स्टैंड में धरना प्रदर्शन किया और फिर रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. रैली में बड़ी संख्या में रसोईयां महिलाओं के होने से शहर में जाम की स्थिति भी देखी गई.  

बस स्टैंड में आयोजित भारतीय स्वसहायता समूह रसोईया संघ के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा ने सरकार द्वारा स्वहायता समूह को लेकर दिये गये उनके वचन पत्र की याद दिलाते हुए कहा कि सरकार अपने वचनों का पालन करके स्वसहायता समूह की महिलाओं को उनका हक और अधिकार दे. ताकि वह भी सम्मानपूर्वक जीवन व्यतित कर सकें.  

जिलाध्क्षक्ष श्री वर्मा ने सरकार की ठेका पद्धति का विरोध करते हुए कहा कि सरकार स्वसहायता समूह को हटाकर ठेका पद्धति लाने का प्रयास कर रही है, जिसका भारतीय मजदूर संघ विरोध करता है. यदि ठेका पद्धति लागु की जाती है तो इससे पूरे प्रदेश और जिले की लाखों महिलायें बेरोजगार हो जायेगी. प्रदेश में काम में लगी महिलाओं को बेरोजगार करने का जो प्रयास किया जा रहा है, उसे कभी सफल नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन शासन की मंशानुरूप स्वसहायता समूह की महिलायें मध्यान्ह भोजन और पोषण आहार खिलाने का काम कर रही है. बावजूद इसके उन्हें आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है. उन्हें जो मानदेय दिया जाता है, वह प्रतिदिन की मजदूरी से भी काफी कम है, ऐसे में महिलाओं के सामने स्वयं के खर्चे से लेकर घर को चलाने की जो समस्या है, उसका सामना उन्हें करना पड़ रहा है. जिसके कारण रसोईयां का काम कर रही महिलाओं में सरकार के प्रति असंतोष है. स्वसहायता समूह रसोईयां संघ की मांगो को पूरा नहीं करने पर भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार मांगो को नहीं मानती है आगामी 5 मार्च को जिले में 65 कर्मचारी संगठन के 72 हजार से ज्यादा मजदूर और कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल कर सरकार की नीतियों का विरोध कर अपनी मांगो के समर्थन में आवाज बुलंद करेंगे. जिसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाकर सरकार पर मांगो को मानने के लिए दबाव बनाया जायेगा.

धरना प्रदर्शन को भारतीय स्वसहायता समूह रसोईयां संघ प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती लीला नगपुरे, मंत्री सुशील ब्रम्हें और भारतीय मजदूर संघ पदाधिकारी भोलानाथ नंदी ने भी संबोधित करते हुए सरकार का रसोईयां महिलाओं की समस्याओं की ओर ध्यानाकर्षण करवाया. इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष धन्ना चौधरी, सुनीता बहेटवार, अन्नु ठाकुर, कलाबाई सहारे, दुर्गा ओढ़गाये, परसराम सोनवाने, नैनसिंह मरकाम, राजकुमारी नागेश्वर, मानकुबाई सहारे, उर्मिला ब्रम्हें, प्रेमलाल राणा, कला वाडिवा, ममता आर्मो, मनीषा बांधे, निशा वारके, द्वारकाबाई कछवाहे, चैनसिंह कुमरे, देवी बोपचे, दुर्गा जैतवार, चेतना भोयर, शांति मरकाम, किरण खोब्रागढ़े, शरद नामदेव सहित काफी संख्या में रसोईयां महिलायें उपस्थित थी.

इन मांगो के निराकरण की मांग

ज्ञापन के माध्यम से भारतीय स्व-सहायता समूह रसोईयां संघ ने स्कूल एवं आंगनबाड़ी की रसोईयों को समान मानदेय दिया जाने तथा 5 एवं 2 हजार रूपये से बढ़ाकर रोजगार गारंटी योजना या कलेक्टर दर पर मानदेय देने, मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पारित ठेका पद्धति को तत्काल निरस्त किये जाने, समस्त रसोईयां को दुर्घटना बीमा में शामिल कर 5-5 लाख रूपये का बीमा कराये जाने, रसोईयांे का मानदेय 10 माह से बढ़ाकर 12 माह का मानदेय नियमित किये जाने, समस्त रसोईयों को नियमित किये जाने, मध्यान्ह भोजन संचालित समूह को गैस टंकी भरवाने में 50 प्रतिशत की सब्सिडी देने सहित स्थानीय मांगो में समूह को राशन साफ, सुथरा एव ब्रांडेट पेकिंग बोरी में देने, रसोईयांे को वर्ष में दो बार कैंप लगाकर निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कराये जाने, समूह को मध्यान्ह भोजन का आरओ एवं राशि 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत किये जाने की मांग की गई.


Web Title : COOKS RAISE HONORARIUM VOICE, STATE GOVERNMENT TO DISCONTINUE CONTRACT SYSTEM RAJESH VERMA