राजस्थानी समाज की गणगौर शोभायात्रा आज

बालाघाट. होली के बाद से प्रारंभ होने गणगौर पूजन का आज 11 अप्रैल को गणगौर विसर्जन के साथ समापन हो जायेगा. सर्व राजस्थानी महिला मंडल अध्यक्ष ज्योति शर्मा ने बताया कि गणगौर का पूजन कन्याओं और विवाहित स्त्रीयों द्वारा किया जाता है. 16 दिन तक चलने वाले इस पूजन को लेकर मान्यता है कि शादी के बाद नवविवाहिता अपना पहला गणगौर पूजन मायके में करती है. इस पूजन का महत्व अविवाहित कन्या के लिए अच्छे वर की कामना को लेकर रहता है, जबकि विवाहित स्त्री अपने पति की दीर्घायु के लिए पूजन करती हैं. इसमें अविवाहित कन्या पूरी तरह से तैयार होकर और विवाहित स्त्री सोलह श्रंृगार करके पूरे सोलह दिन पूजन करती हैं. मुख्यालय में गणगौर पूजन के अंतिम दिन 11 अप्रैल को दोपहर 3 बजे ईतवारी गंज स्थित मां सिद्धेश्वरी मंदिर से सर्व राजस्थानी महिला मंडल द्वारा शोभायात्रा निकाली जायेगी. यह शोभायात्रा सिद्धेश्वरी मंदिर से प्रारंभ होकर सराफा होते हुए मेन रोड से महावीर चौक, गुजरी चौक, काली पुतली चौक, अंबेडकर चौक से मोती उद्यान पहुंचेगी. जिसमें सर्व राजस्थानी समाज के लोगों से शोभायात्रा में शामिल होकर गणगौर महोत्सव को सफल बनाने की अपील सर्व राजस्थानी महिला मंडल अध्यक्ष ज्योति शर्मा और सचिव पूजा शर्मा सहित महिला इकाई की समस्त पदाधिकारियों ने की हैं.  


Web Title : GANGAUR SHOBHA YATRA OF RAJASTHANI SAMAJ TODAY