ट्विटर में ट्वीट कर पटवारी संघ ने सरकार को मांगो से कराया अवगत

बालाघाट. कर्मचारी संघ के इतिहास में मध्यप्रदेश पटवारी संघ द्वारा किया गया ट्विटर पर ट्वीट आंदोलन न केवल आंदोलन की नई परिपाटी को बयां करता है, बल्कि यह पूरे देश में पटवारी संघ का ट्विटर आंदोलन भी सातवें नंबर पर रहा.

मध्यप्रदेश पटवारी संघ जिलाध्यक्ष अरूण बिरनवार ने बताया कि प्रदेश संगठन के आव्हान पर मध्यप्रदेश पटवारी संघ से जुड़े पटवारी साथियों ने 28 सौ ग्रेड-पे, नवीन पटवारियों का गृह जिले में स्थानातरण और सीपीसीटी की अनिवार्यता खत्म करने सहित वर्षो से लंबित पटवारियों की मांग को लेकर ट्विटर आंदोलन के जरिये सरकार का ध्यानाकर्षण करवाने का प्रयास किया.

उन्होंने बताया कि पटवारियों के ट्विटर के माध्यम से मांगो को लेकर किये गये ट्वीट के चलते ट्विटर पर प्रथम 10 टॉप टेंड में स्थान बनाने में कामयाब रहा और सात नंबर पर पटवारी संघ का ट्वीट आंदोलन टेंड रहा. ट्विटर पर ट्वीट आंदोलन पर अपेक्षित सफलता मिलना ट्विटर पर दिनभर चर्चा का विषय रहा है.  

जिलाध्यक्ष अरूण बिरनवार ने बताया कि मध्यप्रदेश पटवारी संघ द्वारा अपनी डेढ़ दशक पुरानी पे-ग्रेड को 21 सौ से बढ़ाकर 28 सौ किये जाने की वेतनमान संबंधी मांग को लेकर अब तक 7 बार कलमबंद हड़ताल की जा चुकी है, जिसमें हर बार संघ को केवल सरकार ने आश्वासन देकर समाप्त करवा दिया. जिसके कारण एक बार फिर पटवारी संघ ने अपनी गतिविधियों में सक्रियता लाने की तैयारी की जा रही है.

उल्लेखनीय हो कि कोरोना महामारी के दौरान मांगे मनवाने के लिए जमीनी स्तर पर फिलहाल किसी प्रकार का बड़ा आयोजन किया जाना संभव नहीं है. इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाईन आंदोलन किये जाने की रूपरेखा तैयार की गई थी. जिसमें पटवारी संघ का ट्वीट आंदोलन सफल रहा.

पटवारी संघ जिलाध्यक्ष अरूण बिरनवार ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार, पटवारियों के साथ लगातार वादाखिलाफी कर रही है. पूर्व में भी कलमबंद आंदोलन के तहत पटवारी संघ ने सरकार के मौखिक और लिखित आश्वासन पर आंदोलन को खत्म कर दिया था. इयके बावजूद सरकार ने तय समय पर भी आदेश नहीं कर प्रदेश के पटवारियों के साथ अन्याय किया है. जिसके पटवारी अपने को ठगा महसुस कर रहे है. पटवारी संघ के ट्वीट आंदोलन में पूरे प्रदेश में एक लाख 23 हजार से अधिक ट्वीट, रीट्वीट किये गये. उन्होंने कहा कि पटवारी संघ फिर से और अधिक सक्रिय रूप से आंदोलन को गति देगा.


Web Title : IN A TWEET ON TWITTER, PATWARI SANGH APPRISED THE GOVERNMENT OF THE DEMANDS