बालाघाट एजुकेशन सोसायटी में वापस लौटै राम मोटवानी, संस्था हित चाहने वालो के लिए संस्था के द्वार खुले है-गुप्ता, गलत काम में मैं साथ नहीं-मोटवानी

बालाघाट. बालाघाट एजुकेशन सोसायटी में कार्यकारिणी की वास्तविकता पर अड़े वर्तमान अध्यक्ष बलदेव गुप्ता एवं सचिव विश्वजीत मंडल और दूसरे पक्ष से अध्यक्ष तुलसीराम सेठिया और सचिव विजय तिवारी के खेमे में आंतरिक द्वंद अभी भी बना हुआ है. हालांकि 20 अप्रैल को दूसरे पक्ष के खेमे में रहे सदस्य राम मोटवानी, वर्तमान अध्यक्ष बलदेव गुप्ता और सचिव विश्वजीत मंडल की कार्यकारिणी के कार्यो को वैधानिक और संस्था हित में बताते हुए वापस लौट आये है. राम मोटवानी संस्था को लेकर उठे विवाद में अध्यक्ष तुलसीराम सेठिया और सचिव विजय तिवारी के खेमे में थे. जहां से बालाघाट एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष बलदेव गुप्ता और सचिव विश्वजीत मंडल की कार्यकारिणी की कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर वह घर लौटे है. जिनका आज बालाघाट एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य वहीद मियां और अमित रंगलानी ने स्वागत किया.  

प्रेस के सामने राम मोटवानी के अध्यक्ष तुलसीराम सेठिया और सचिव विजय तिवारी के खेमे से वापस लौटने के बाद चर्चा करते हुए अध्यक्ष बलदेव गुप्ता और कार्यकारिणी के संस्था हित में किये जा रहे कार्यो की जमकर तारीफ करते की और दूसरे पक्ष में बिना इनके कार्यो को जाने पहुंचने पर अफसोस भी जाहिर किया. श्री मोटवानी ने कहा कि आज फिर वह पुरानी कार्यकारिणी में वापस लौटे तो स्वयं को खुश महसुस कर रहे है. उन्होंने बताया कि अध्यक्ष तुलसीराम सेठिया और सचिव विजय तिवारी द्वारा उन्हें बिना बताये कागजो पर हस्ताक्षर कराये और मैने भी विश्वास के कारण बिना पढ़े कागजो पर अपनी साईन कर दिया. जिसके बाद मुझे महसुस हुआ कि सचिव और अन्य सदस्यों की गतिविधि ठीक नहीं है, जिसके कारण उन्हें गलत काम महसुस होते ही उन्हें उसका साथ नहीं देकर, पुरानी कार्यकारिणी के द्वारा किये जा रहे कार्यो से प्रभावित होकर मैने उन्हें छोड़ दिया है.  

बालाघाट एजुकेशन सोसायटी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में अध्यक्ष बलदेव गुप्ता ने राम मोटवानी का स्वागत करते हुए कहा कि वे भूलवश दूसरे पक्ष के साथ चले गये थे और आज जब उन्हें अपनी भूल का भान हुआ तो वह वापस लौट आये है. उन्होंने बताया कि विगत काफी समय से राम मोटवानी, सचिव विश्वजीत मंडल से संपर्क में थे और कार्यकारिणी में वापस लौटने की मंशा जाहिर कर रहे थे. जिसके बाद सभी कार्यकारिणी सदस्यों से मिलकर उन्हें अपने साथ सोसायटी के स्कूली हितैषी कार्यो में साथ काम करने के लिए लाने का निर्णय किया गया और आज वे विधिवत वापस लौट आये है. उन्होंने कहा कि सोसायटी का मुख्य उद्देश्य स्कूल और यहां पढ़ने वाले बच्चो की पढ़ाई से जुड़ा है. जिसमें कोई समझौता बर्दाश्त नहीं है. इसके बाद भी कोई सदस्य जो संस्था का हित चाहता है, उसके लिए सोसायटी के द्वार हमेशा खुले है.

रजिस्ट्रार को भेजा शपथ पत्र, अपनी शिकायत का किया खंडन

बालाघाट एजुकेश सोसायटी अध्यक्ष बलदेव गुप्ता ने बताया कि पुरानी कार्यकारिणी के कार्यो पर विश्वास करते हुए राम मोटवानी सोसायटी में फिर वापस लौटे है, यह एक तरह से उनकी घर वापसी है. जिसके बाद उन्होंने फर्म्स एंड सोसायटी के रजिस्ट्रार को शपथ पत्र के माध्यम से की गई शिकायतों का खंडन किया है.  

Web Title : IN THE BALAGHAT EDUCATION SOCIETY, THE OPENING OF THE INSTITUTE IS OPEN TO THE INSTITUTION OF RAM MOTWANI, AN INSTITUTION FOR INTEREST SEEKERS GUPTA, NOT IN THE WRONG JOB MOTWANI