डॉ.आर.के. मिश्र को सेवानिवृत्ति पर दी गई बिदाई, सीएस रहते जिला अस्पताल में किये उल्लेखनीय कार्य

बालाघाट. जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्स डॉक्टर आर. के. मिश्र 30 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गये. जिन्हें अस्पताल के साथी चिकित्सकों एवं कर्मचारियों ने संयुक्त रूप में बिदाई दी और उनके आगामी उज्जवल भविष्य की कामना की गई. इस दौरान उन्हें शॉल एवं श्रीफल भी भेंट किया गया. डॉक्टर विजय गांधी के कक्ष में एक बिदाई समारोह आयोजित कर साथी चिकित्सकों एवं स्टाप ने उन्हें शॉल एवं श्रीफल भेंट कर बिदाई दी. इसी तरह से मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मनोज पांडेय के आफिस में भी सीएचएमओ डॉक्टर पांडेय की मौजूदगी में वहां के स्टाप ने डॉ. मिश्र को बिदाई दी और शॉल-श्रीफल भेंट किया गया.  

गौरतलब हो कि डॉक्टर मिश्र नाक,कान एवं गला रोग विशेषज्ञ के पद पर जिला अस्पताल में लंबे अंतराल से सेवारत थे. पिछले डेढ़ साल वे जिला अस्पताल में सिविल सर्जन के पद पर भी काबिज थे. इस डेढ़ साल के कार्यकाल में डॉ. मिश्र द्वारा जिला कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में अस्पताल में उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं. चूंकि जब वे सीएस थे तब कोविड-19 चिकित्सा क्षेत्र में काफी चुनौती के तौर पर सामने आया था. उस अवधि में डॉक्टर मिश्र द्वारा अपने कर्तव्य का पालन करते हुये चिकित्सकों के साथ तालमेल बिठाकर कार्य करना एवं मरीजों के लिये उपलब्ध होने का उल्लेखनीय व बेमिसाल कार्य किये गये हैं. इसी तरह से अस्पताल में निर्माण कार्यो को भी गति मिली हैं. आईसीयू कोविड वार्ड का निर्माण या फिर ब्लड बैंक के नवीन कक्ष का निर्माण, एक्सरे मशीन की उपलब्धता सहित ऐसे कई उल्लेखनीय कार्य हैं जो डॉक्टर मिश्र के कार्यकाल में कलेक्टर दीपक आर्य के मार्गदर्शन में करवाये गये. आयुष भवन का निर्माण, चिकित्सीय गहन कक्ष का निर्माण इनके कार्यकाल में ही हुए हैं. इनके सीएस कार्यकाल में अस्पताल के बेहतर सेवा कार्यो का संपादन के लिये चिकित्सकों में आपस में तालमेल व कार्य के प्रति लगन का भाव भी देखने मिला. अब श्री मिश्र सेवानिवृत्त हुये हैं. जिनके सेवानिवृत्त होने पर मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय सहित साथी चिकित्सकों एवं स्टाप ने उन्हें बिदाई दी.  

डॉक्टर मिश्र चिकित्सा सेवा में वर्ष 1981 से आये हैं. रीवा में उनकी पहली पदस्थापना रही हैं. इसके बाद लगभग 3 वर्ष उन्होने जबलपुर मेडीकल कालेज में सेवा दी और इसके बाद उज्जैन में तीन माह पदस्थ रहे. इसके बाद वर्ष 1992 में उनकी पदस्थापना बालाघाट जिला अस्पताल में हुई. तब से डॉक्टर मिश्र जिला अस्पताल में ही सेवा दे रहे थे. यहां पर वे नाक कान व गला रोग विशेषज्ञ के रूप में सेवा दे रहे थे और पिछले 2019 में उन्हें जिला अस्पताल में सिविल सर्जन के पद पर प्रभार सौंपा गया था. डेढ़ साल से वे इसी पद पर सेवा दिये. सेवानिवृत्ति पर डॉक्टर मिश्र ने कहा कि बालाघाट में उन्हें सभी साथी चिकित्सकों, आमजनों व गणमान्य जनों का सहयोग मिला. जिला प्रशासन के सहयोग एवं निर्देशन में उन्हें सिविल सर्जन के प्रभार में भी कार्य करने का मौका मिला और जैसा हो सकता था वैसे कार्य करने का प्रयास किया हैं. चिकित्सीय पेशा में कई बार चुनौती आती हैं लेकिन चिकित्सा सेवा एक जनसेवा हैं और इसी भाव को आगे रखते हुए कार्य करने का प्रयास किया गया. कार्य में कई बार त्रुटि हो सकती हैं हुई भी होगी, पर खुशी इस बात की हैं कि सभी के सहयोग से अपने चिकित्सीय कार्यकाल को जिला अस्पताल में समर्पित करते हुए बिताया.


Web Title : NOTABLE WORK DONE TO DR. R.K. MISHRA ON RETIREMENT, CS LIVE DISTRICT HOSPITAL