धान की फसल में पर भूरा माहूं का प्रकोप, फसल बचाने कृषि विज्ञान केन्द्र की किसानों को सलाह, किसानों को फेरोमेन ट्रेप का वितरण

बालाघाट. कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़गांव के वैज्ञानिकों को प्रक्षेत्र भ्रमण एवं किसानों के प्राप्त फोन के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई हैं, कि जिले के किसानों की धान की फसल में भूरा माहूं का प्रकोप बढ़ता जा रहा हैं. कृ‍षि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर. एल. राऊत ने इस कीट के नियंत्रण के लिए जिले के किसानों को सलाह दी है कि धान के खेत में नत्रजनयुक्त उर्वरकों का प्रयोग न करें. खेत से पानी निकाल दे. धान की फसल का प्रतिदिन निरीक्षण करते रहें. जब भी 4-5 भूरा माहूं के कीट प्रति हिल दिखाई दे तो इमिडाक्लोप्रिड 17. 8 प्रतिशत दवा या 125 मि. ली. प्रति एकड़ या थायोमिथोक्सोम 30 प्रतिशत एफ. एस. दवा 200 मि. ली. प्रति एकड़ या कीट का अधिक प्रकोप होने पर डायनोटेफुरॉन 20 प्रतिशत दवा 100 ग्राम प्रति एकड़ या पाइमेट्रोजिन 50 प्रतिशत दवा 120 ग्राम प्रति एकड़ के साथ प्रोफेनोफॉस 50 प्रतिशत दवा 400 मि. ली. प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें. दवाईयों का छिड़काव हमेशा सुबह 9 बजे के बाद या दोपहर 2 बजे के बाद के समय ही करें.

रासायनिक दवाओं के खर्च से बचाता है फेरोमेन ट्रेप

कृषि विज्ञान केन्द्र, बालाघाट के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर. एल. राऊत के मार्गदर्शन में उद्यानिकी विशेषज्ञ एस. एल. वास्केल के द्वारा विकासखण्ड लालबर्रा के ग्राम मोहगांव में किसानों को बैगन एवं टमाटर की फसल के लिए फेरोमेन ट्रेप का वितरण किया गया. श्री वास्केल द्वारा बताया गया कि फेरोमेन ट्रेप से सब्जियों में कीट लगने की जानकारी किसानों को मिलती हैं. जिससे किसान अपनी सब्जियों में उचित प्रबंधन करके कीटों के प्रकोप से अपनी फसल को बचा जा सकतें हैं.

फेरोमेन ट्रेप एक फनल आकार का होता हैं और उसमें प्लास्टिक या जाली नीचे लगी होती हैं. प्लॉस्टिक को नीचे से रबर या धागे से बांध दिया जाता हैं. फेरोमेन ट्रेप मे लगे ढंक्कन के मध्य में मादा कीट की गंध वाला ल्योर लगाया जाता हैं. जिससे नर कीट आकर्षित होकर फेरोमेन ट्रेप की ओर आते हैं. वे फेरोमेन ट्रेप में फंस जाते हैं. जिससे नर कीट, मादा कीट से ब्रीडिंग नहीं कर पाते हैं. जिससे कीटों की संख्या नहीं बढ़ पाती हैं. इस प्रकार 1 एकड़ में 8-10 फेरोमेन लगाकर सब्जियों में कीटों का नियंत्रण किया जा सकता हैं. फेरोमेन ट्रेप को फसल से 1-2 फीट की ऊंचाई पर लगाया जाता हैं. इससे किसानों के द्वारा फसल के कीट नियंत्रण के लिए जो रासायनिक दवाओं का खर्च होता हैं, उसकी भी बचत की जाती है.

रासायनिक दवाओं के प्रयोग से हानिकारक कीट के साथ-साथ लाभदायक कीट भी मर जाते हैं. फेरोमेन ट्रेप के उपयोग से रासायनिक मुक्त सब्जियों का उत्पादन भी होगा. डॉ. एस. के. जाटव ने बताया कि फेरोमेन ट्रेप के साथ-साथ बैगन की फसल में मक्का की खेती करने की सलाह दी. जिससे किसानों को आय बढ़ाई जायें. डॉ. मुरलीधर इंगले ने पोषण आहार में सब्जी भाजी का महत्व समझाते हुए, पोषण आहार के फायदें किसानों को समझायें और साथ में बुट्टा हजारी के जागरूक किसान दीपक बिरनवार एवं चन्द्रकिशोर बघेले एवं अन्य किसान उपस्थित थे.


Web Title : OUTBREAK OF BROWN MAHOON ON PADDY CROP, CROP SAVING KRISHI VIGYAN KENDRA ADVISES FARMERS, DISTRIBUTION OF FERROMEN TRAP TO FARMERS