वर्दी के साथ हमदर्दी भी....,नक्सली उन्मूलन में लगी सीआरपीएफ ने हीरापुर पंचायत में ग्रामीणों को किया सामग्री का वितरण

बालाघाट. वर्दीधारियों का जिक्र आते ही जेहन में एक अलग ही रौबदार किरदार उभर आता है लेकिन वर्दी के पीछे भी एक इंसान ही होता है. जनता के बीच वर्दी और वर्दीधारियों की समाज सेवा वाकई में एक अलग ही भरोसा पैदा करती है. बालाघाट जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात पुलिस बल हो या फिर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल समय-समय पर जनता के दुःख दर्द में मानव सेवा करना वर्दीधारियों के प्रति नजरिया ही बदल देता है. कोरोना काल मंे भी अपने फर्ज के साथ-साथ जरूरतमंद लोगो की सेवा में वर्दीधारियों ने कोई कसर नही छोड़ी है.

मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में वैश्विक कोरोना संक्रमण के समय जहां एक ओर पुलिस अधिकारी और जवान अपने फर्ज के अलावा गाने के माध्यम से, संवाद करके और जरूरतमंद लोगो की मदद करके कोरोना की जंग से लोगो को लड़ना सीखा रहे है, वहीं बालाघाट जिले के भरवेली में 123 वी सी. आर. पी. एफ. बटालियन कैम्प के अधिकारियों और जवानों ने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत हीरापुर ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को कमांडेंट कमलेश कुमार और अन्य अधिकारियों ने मॉस्क, हैंड सेनेटाइजर, च्यवनप्राश और अन्य सामग्री वितरण के साथ ही ग्रामीणों को अधिकारियों ने कोरोना से बचाव और सावधानियों को लेकर जागरूक किया.

मध्य प्रदेश के अति-नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में फर्ज के साथ जनसेवा का जज्बा लिए वर्दीधारियों की हमदर्दी से जहां गांव के ग्रामीणों में कोरोना काल के समय गजब की चमक और आत्मविश्वास दिख रहा है. वहीं जरूरत की सामग्री को पाकर लोग वर्दी धारियों को साधुवाद दे रहे है. नक्सली उन्मूलन में लगे सभी फोर्स के जवानों ने पहले भी आम जनता से बेहतर तालमेल बनाकर अनेक तकलीफों में साथ दिया है. यही कारण है कि तैनात बल के जवान, नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बाशिंदों को भी वर्दी के पीछे बुरे समय मंे मरहम लगाने वाले मददगार मसीहा दिखाई दे रहे है.


Web Title : SYMPATHY WITH UNIFORMS...., CRPF ENGAGED IN NAXAL ERADICATION DISTRIBUTED MATERIAL TO VILLAGERS IN HIRAPUR PANCHAYAT