श्रमजीवी पत्रकार संघ ने त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. स्तुति खरे शुक्ला के खिलाफ की कार्यवाही की मांग,पुलिस प्रशासन और सीएचएमओ को सौंपा ज्ञापन

बालाघाट. 6 फरवरी शुक्रवार को मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिलाध्यक्ष इंद्रजीत भोज एवं समस्त पत्रकार साथियों द्वारा पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. स्तुति खरे शुक्ला के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. श्रमजीवी पत्रकार संघ ने विज्ञापन का हवाला देते हुए कहा कि बालाघाट नगर मुख्यालय के साईं मंदिर देवी तालाब चौक स्थित शुक्ला नर्सिंग होम में त्वचा रोग विशेषज्ञ श्रीमती स्तुति खरे शुक्ला त्वचा रोगियों का ईलाज किया जाता है, जिनकी डिग्री और ओपीडी चलाने एवं दवा बिक्री के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में किसी प्रकार का पंजीयन करवाया है या नहीं, इसकी जांच की जायें. संघ जिलाध्यक्ष इंद्रजीत भोज ने कहा कि लगातार डॉ. स्तुति खरे शुक्ला के खिलाफ लोगों की जान से खिलवाड़ करने की शिकायत आ रही है जो अग्रलिखित है.

जिलाध्यक्ष इंद्रजीत भोज ने कहा कि डॉ. स्तुति खरे शुक्ला एमबीबीएस डर्मोलॉजिस्ट विगत 2020 से शुक्ला नर्सिंग होम में त्वचा रोग एवं बालों की समस्या के निदान के लिए मरीजों का उपचार कर रही है. सवाल यह है कि इन्होंने वैधानिक रूप से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से इसकी अनुमति ली है, जो मुंबई और विदेशो से मेडिसिन लाकर विक्रय कर रही है जो कि अवैधानिक है. एक ऐसा ही मामला संघ के संज्ञान में आया है जिसमें 9 फरवरी 2020 को प्रभात डोंगरे नामक 29 वर्षीय भरवेली निवासी स्वस्थ युवक बालों का झडना या कतरी जिसे एलोपेशिया एरीटा बीमारी कहते हैं, का इलाज करवाने डॉक्टर स्तुति खरें शुक्ला के पास गया था. डॉक्टर स्तुति ने उसी दिन इलाज करते हुए प्रभात डोंगरे को स्टेरॉयड का हाय इंजेक्ट किया. खाने के लिए दवाई दी एवं सीबीसी तथा एलएफटी की पैथोलॉजिकल जांच करवा कर रिपोर्ट देने की भी बात कही. प्रभात डोंगरे को इलाज के दूसरे दिन से ही असहज लगने लगा था. उसका शरीर काला पडने लगा था, हाथ पैर का मांस लटकने लगा था. शरीर में चट्टे-चकते आने लगे थे. मरीज प्रभात ने डॉक्टर स्तुति को फोन किया तो डॉक्टर स्तुति ने कहा कि दवा खाते रहा. इसी बीच स्वास्थ्य गिरने से युवक बालाघाट के डॉक्टर एस. के. श्रीवास्तव के हॉस्पिटल में 11 मार्च 2020 को भर्ती हो गया. जहां उसे पता चला कि मरीज को थ्राम्बोसाइटोपीनिया हुआ है. जिसके प्लेटसलेट्स लगातार गिरते हुए 40  हजार तक आ गये थे. मरीज प्रभात की हालत लगातार नाजुक होती जा रही थी. सेकंड ओपिनियन के लिए बालाघाट नगर के डॉक्टर सी. एस. चतुरमोहता के पास मरीज प्रभात डोंगरे को ले जाया गया. जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे खून चढ़ाकर नागपुर रिफर किया गया. मरीज 12 मार्च 2020 को नागपुर महाराष्ट्र के लता मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती हुआ, जहां उसका इलाज सात दिनो तक चला. यहां के चिकित्सकों का कहना था कि मरीज प्रभात डोंगरे को स्टेरॉयड का हाए डोज दिया है. जिसके कारण खून काला होते जा रहा था. प्लेटलेट्स की संख्या कम होते जा रही थी. सिर के बाल पूर्ण रूप से झड़ गये थे और एवं रक्त का संचार संपूर्ण शरीर में नहीं हो पा रहा था. जिस वजह से मरीज मरणासम्र अवस्था में पहुंच गया था.

 मरीज प्रभात डोंगरे दोबारा फिर 28 अप्रैल को दोपहर 1 बजे नागपुर के लता मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती हुआ, लेकिन वहां भी उसे आराम नहीं लगा. चिकित्सक उसे रीड की हड्डी का ईलाज करने की बात कहने लगे. युवक प्रभात डोंगरे भी नाजुक हालत को देखते हुए परिजनों ने रायपुर के एम्स में भर्ती कराया. जहां लगातार 1 महीने तक उपचार चला. एम्स के चिकित्सकों ने मरीज प्रभार डोंगरे का आई. टी. पी. फॉलोअप बाय ड्रग इंड्यूस्ड बोन मेरी सपरेशन नामक डायग्नोसिस किया. मरीज प्रभात डोंगरे 19 मई 2020 को एम्स रायपुर में भती हुआ और और 9 जून 2020 को उसे डिस्चार्ज मिला. इस दौरान मरीज प्रभात डोंगरे को 9 से 10 लाख रुपया खर्च उठाना पड़ा. मरीज प्रभात डोंगरे और उसकी परिजनों को मानसिक शारीरिक एवं आर्थिक क्षति पहुंची. जिसकी संपूर्ण उत्तरदायी त्वचा रोग विशेषज्ञ स्तुति खरें शुक्ला है.

श्रमजीवी पत्रकार संघ जिलाध्यक्ष इंद्रजीत भोज ने कहा कि बालाघाट जिले में फर्जी चिकित्सकों की बाढ़ सी आ गई है. वर्तमान में विगत 1 वर्ष से स्तुति खरे शुक्ला डर्मोलॉजिस्ट एवं त्वचा रोग विशेषज्ञ है वह मरीजों का ईलाज करती है और पैसा भी ज्यादा लेती है. जो दवाइयां भी खुद ही दे रही हैं ना उनके पास लाइसेंस है और ना ही किसी प्रकार की फार्मेसी. हमारे पत्रकार साथी के छोटे भाई सिविल इंजीनियर प्रभात डोंगरे उनके पास इलाज कराने गए थे. गत वर्ष 9 फरवरी 2020 में वहां पर उनके शरीर में हाय स्टेरॉइड इंजेक्शन दिया गया था. श्रमजीवी पत्रकार संघ यही चाहता है कि जो युवक प्रभात डोंगरे है जिनका जीवन बर्बाद हो गया है. इसलिए डॉक्टर स्तुति शुक्ला के खिलाफ वैधानिक रूप से दंडात्मक कार्यवाही की जायें, ताकि पीड़ित को न्याय मिलें और अन्य कोई फिर ईलाज के नाम पर गुमराह न हो.  

इस मामले में श्रमजीवी पत्रकार संघ ने चिकित्सक स्तुति खरे शुक्ला के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्यवाही कर आपराधिक मामला पंजीबद्ध किया जाने तथा ओपीडी तत्काल बंद करवाकर मरीज प्रभात डोंगरे को न्याय दिये जाने की मांग की. इस दौरान जिला अध्यक्ष इंद्रजीत भोज, श्रवण शर्मा, चितरंजन नेरकर, हितेश ठाकरे, महेंद्र सिंह उईके, महेंद्र अमूले, सुनील कोरे एवं समस्त पत्रकार साथीगण उपस्थित थे.   

Web Title : WORKING JOURNALISTS ASSOCIATION SEEKS ACTION AGAINST DERMATOLOGIST DR. PRAISE KHARE SHUKLA, MEMORANDUM SUBMITTED TO POLICE ADMINISTRATION AND CHMO