अकीदत के साथ निकाला गया जुलुसे गौसिया

बालाघाट. पूरी दुनिया के सबसे बड़े सुफी संत शेख अब्दुल कादिर जिलानी, जिन्हें पूरी दुनिया गौस पाक के नाम से जानती है, जिनकी याद में उनके चाहने और मानने वालों और अकीदतमंदो ने उनकी याद में जुलुसे गौसिया निकाला. गौरतलब हो कि धार्मिक जानकारों की मानें तो उर्दू माह के 6 वें महिने रबीउल आखिर का महिना कहलाता है, इस महिने का चांद दिखते ही हुजुर गौस पाक के चाहने और मानने वाले आपके नाम से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते है और इसी महिने की चांद की 11 तारीख को अकीदतमंद और चाहने वाले उनके नाम से जुलुस निकालकर अपनी अकीदत का नजराना पेश करते है. इसी कड़ी में बालाघाट में आज जामा मस्जिद चौक से सुबह 10. 30 बजे जुलुसे गौसिया निकाला गया. जिसमें बड़ी संख्या में धर्मावलंबी शामिल रहे.  

जुलुसे गौसिया की शुरूआत परचम कुशाई के साथ की गई. जिसकी परचम कुशाई जामा मस्जिद के ईमाम जाहिद रजा कादरी ने की. जिसके बाद सलातो सलाम पढ़ा गया. जिसके बाद जुलुसे गौसिया शहर में गश्त करते हुए बैहर रोड होते हुए शास्त्री चौक, देवी चौक, ईतवारी बाजार चौक, महाराणा प्रताप चौक, मेनरोड से होते हुए महावीर चौक, हक्कुशाह बाबा दरगाह से आगे काली पुतली चौक, रानी अवंतीबाई चौक से वापस होता हुआ बैहर रोड से जामा मस्जिद पहुंचा. इस दौरान शहर में निकले जुलुसे गौसिया का जगह-जगह स्वागत किया गया. इसके बाद आगामी 30 दिनों तक गौस पाक के नाम न्याज (लंगर) का आयोजन उनके चाहने और मानने वाले अपनी हैसियत के अनुसार करते है. जो कल से प्रारंभ हो जायेगा.  

Web Title : ZULUCE GAUSIA REMOVED WITH UNTRIED