कोलकाता: ऋषभ पंत देश के ऐसे क्रिकेटरों में से एक हैं, जो मैदान पर रहें या ना रहें, चर्चा में जरूर रहते हैं. भारत और वेस्टइंडीज मैच से पहले जब भारतीय कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो उनसे पंत को लेकर भी सवाल किए गए. इसी तरह जब सौरव गांगुली मीडिया के सामने आए तो वे भी पंत से जुड़े सवालों से नहीं बच सके. कुछ दिन पहले रोहित शर्मा ने भी ऋषभ पंत का बचाव किया था. विराट और सौरव की राय भी रोहित से अलग नहीं थी.
ऋषभ पंत टी20 और वनडे क्रिकेट में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. इसके बावजूद कप्तान विराट कोहली, उप कप्तान रोहित शर्मा और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली उन्हें अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं. दूसरी ओर, ऋषभ पंत लगातार आलोचना झेल रहे हैं. यहां तक कि जब वे मैदान पर होते हैं, तो दर्शक धोनी-धोनी के नारे लगाकर पंत को चिढ़ाते हैं. सौरव गांगुली ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘पंत के लिए (आलोचना और धोनी-धोनी के नारे लगना) यह अच्छा है. उन्हें इसकी आदत डालनी होगी. उन्हें कुछ समय तक दबाव में रहना होगा. उन्हें दबाव में अच्छा खेलना सीखना होगा.
बीसीसीआई अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भारतीय क्रिकेट को महेंद्र सिंह धोनी का शुक्रगुजार होना चाहिए, जिन्होंने बरसों बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया. अब एमएस धोनी का करियर अंतिम चरण में हैं. हम अब विराट कोहली और चयनकर्ताओं से बात कर रहे हैं कि आगे क्या हो सकता है. हम सही वक्त पर धोनी के भविष्य पर फैसला ले लेंगे.
सौरव गांगुली ने आगे कहा, ‘एमएस धोनी आपके लिए हमेशा नहीं खेलेंगे. उन्होंने देश के लिए कई उपलब्धियां हासिल की हैं. उन्होंने जो हासिल किया है, वहां तक पहुंचने में पंत को कम से कम 15 साल लगेंगे. ’ इससे पहले विराट कोहली ने गुरुवार को कहा था कि पंत को अकेला छोड़ देना चाहिए. उन्हें खुलकर खेलने की आजादी देना जरूरी है. वे मैच विनर हैं.