बक्सर : बिहार में त्योहार का माहौल है. छुट्टियों की वजह से लोगों की भीड़ ट्रेन में काफी देखी जा रही है. वहीं, रेल टिकट के लिए काफी अफरा-तफरी मची है. इसके लिए रेल प्रशासन भी चौकसी कर रही है. लेकिन रेल प्रशासन के लाख चौकसी के बाद भी रेलवे काउंटर पर मौजूद रेल कर्मचारियों एवं दलालों की मिली भगत से लाखों की राजस्व की उगाही का गोरखधंधा बक्सर में जोरो-शोर से चल रहा है.
बिहार के बक्सर में टिकट का गोरख धंधा चल रहा है. लेकिन बक्सर के किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को इसकी भनक काफी समय तक नहीं लगी. हालांकि अब आरपीएफ कमांडेंट चन्द्र मोहन मिश्रा के नेतृत्व में गठित रेलवे क्राइम ब्रांच के अधिकरियों ने इस मालम में छापेमारी की है.
दानापुर से आई टीम ने नगर थाना क्षेत्र के मुनीम चौक पर स्थापित एक सायबर कैफे की दुकान में छापेमारी की, जहां से दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. क्राइम ब्रांच के छापा मारने की सूचना के बाद पूरे मार्केट में हड़कम्प मच गया. कई दुकानदार अपनी दुकान बंद कर वहां से निकल गए.
बताया जाता है कि छापेमारी में अधिकारियों ने कैफे से बड़ी संख्या में रेलवे काउंटर टिकट के अलावे 52 हजार 779 रुपया नकद, 5 मोबाइल एक लैपटॉप और एक कम्प्यूटर को बरामद किया है. वहीं, इस छपेमारी टीम में शामिल क्राइम ब्रांच के एसआई पीके यादव ने बताया कि लंबे समय से इस तरह के गिरोह के माध्यम से गोरख धंधा करने की सूचना मिल रही थी जिसपर ये करवाई हुई है.
उन्होंने बताया कि यहां जो टिकट बरामद किया गया है. उसे केवल रेलवे काउंटर से ही प्राप्त किया जा सकता है. इस बात से स्पष्ट है कि इस गोरखधंधे में रेलकर्मी भी शामिल हैं. पुलिस अब इस मामले की जांच कराएंगी. जिसके बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात की जा रही है.
हालांकि देखना यह है कि इस तरह के गोरख धंधे पर प्रशासन कब तक और किस तरह से नकेल कसेगी. क्यों कि इस तरह का धंधा काफी समय से जगह-जगह पर चल रहा है. लेकिन प्रशासन को जरा भी इसकी भनक नहीं लगती. वहीं, इस धंधे में अधिकारिक लोग भी शामिल होने की वजह से मामला तकीये तले दबा होता है.