इलेक्शन कमीशन ने सुनाया फैसला, शरद नहीं नीतीश के तरकश में रहेगा JDU का ´तीर´

पटना : दो हिस्सों में बंट चुकी JDU का इलेक्शन सिंबल ‘तीर’ नीतीश कुमार गुट के पास ही रहेगा. शुक्रवार को इलेक्शन कमीशन ने यह फैसला सुनाया. दूसरे गुट ने भी इसी सिंबल पर दावा पेश किया था. इसके नेता शरद यादव हैं. इलेक्शन कमीशन ने यह फैसला JDU के ज्यादातर सांसदों और विधायकों के नीतीश कुमार को समर्थन दिए जाने के आधार पर दिया. इलेक्शन कमीशन पहले भी दो बार शरद यादव गुट के दावे को खारिज कर चुका है.

- नीतीश कुमार ने सितंबर में महागठबंधन छोड़ दिया था और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. महागठबंधन में JDU के साथ लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी और कांग्रेस भी थीं.  

- शरद यादव को नीतीश का फैसला नागवार गुजरा. उन्होंने अपना अलग गुट बना लिया. यादव ने कहा था- जनता ने महागठबंधन को पांच साल के लिए वोट दिया था. बीच में इसे तोड़ना जनता के साथ धोखा है.

- शरद यादव के बागी होने पर पार्टी से नाराज चल रहे अली अनवर, अरुण श्रीवास्तव व रमई राम जैसे नेता भी शरद यादव के खेमे में शामिल हो गए थे.  

- गुजरात चुनाव से पहले शरद गुट ने इलेक्शन कमीशन में दावा किया था कि असली JDU उनके साथ है और पार्टी सिंबल पर भी उनका हक है.

- चुनाव आयोग के फैसले के बाद JDU ने आरोप लगाया है कि शरद सिर्फ मोहरा थे. पार्टी नेता संजय झा ने कहा कि कांग्रेस शरद यादव के पीछे खड़ी थी.  

- JDU स्पोक्सपर्सन नीरज ने कहा- शरद यादव को जवाब मिल गया है. असली पार्टी नीतीश कुमार के साथ है. जबसे शरद लालू यादव की संगत में आए हैं उनपर इसका असर दिखने लगा है. अब शरद जी लालटेन सिर पर लेकर घूमिए और तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाइए.

- JDU के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा- चुनाव आयोग ने हमारे इस दावे को माना. आयोग के फैसले के बाद अब पार्टी गुजरात में चुनाव लड़ेगी. तीर आदिवासियों के बीच काफी फेमस है. हमें आशा है कि गुजरात में पार्टी को अच्छा सपोर्ट मिलेगा.



Web Title : ELECTION COMMISSIONED A DECISION THE JDU WILL REMAIN IN NITISHS QUIVER THE ARROW