बिहार में के.जी. से लेकर पी.जी तक की शिक्षा व्यवस्था बदहाल : राकेश सिन्हा

पटना- 23 जून 2018 आम आदमी पार्टी, बिहार का प्रदेश कार्यालय, मकान न० 21, आइएएस कॉलोनी, किदवईपूरी पटना में मुख्यमंत्री दिल्ली के विशेष सलाहकार सह राष्ट्रीय संगठन मंत्री  राकेश सिन्हा, ने बिहार की बदहाल शिक्षा-व्यवस्था के विषय पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, बिहार में के. जी. से लेकर पी. जी तक की शिक्षा व्यवस्था बदहाल हो चुकी हैं. सबको शिक्षा के समान अवसर देने की सवैधानिक जवाबदेही से बिहार सरकार अपना पल्ला झाड़ लिया है. अब सरकार गरीब छात्रों को खिचड़ी, पोषाक राशि, साइकिल राशि, छात्रवृति देकर अपना कर्त्तव्य का इति मान लिया है तो शिक्षा का जिम्मा किसका है ? पिछले चार साल से लगातार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा जारी परीक्षाफल में धांधली उजागर हुई हैं. बिहार अपनी शिक्षा एवं शिक्षा नीतियों के लिए हमेशा से विश्वभर में प्रसिद्ध एवं अनोखा रहा है. कभी यह नालन्दा-विक्रमशिला जैसे शिक्षा केंद्रों के लिए विश्वविख्यात रहा, और आज टॉपर घोटाला, इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों में बड़े पैमाने पर हुई धांधली को लेकर कुख्यात है.

उन्होंने, बिहार बोर्ड के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, बिहार बोर्ड के इंटर साइंस के रिजल्ट में भरी गड़बड़ी हुई है, जिस बच्चे ने मैथमेटिक्स की परीक्षा दी, उसका रिजल्ट बायोलोजी का आया, जिसने बायो की परीक्षा दी, उसका रिजल्ट मैथमेटिक्स का आया हैं. आईआईटी जेईई में सफलता का परचम लहराने वाले छात्र-छात्राएं बिहार इंटर के रिजल्ट में फ़ैल हो जा रहे है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के नाकारेपन का हाल ये है, गोपालगंज के एस एस बालिका इंटर स्कुल के स्ट्रोंग रूम से मैट्रिक के करीब 42 हजार विभिन्न विषय के 213 बंडल मूल्यांकित विद्यार्थियों की आंसरशीट गायब हो गई. इस घटना से बिहार बोर्ड की कार्यशैली पर तो सवाल उठ ही रहे हैं, बिहार के स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है.

सिन्हा  ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा, बिहार बोर्ड की गलती ने हजारो छात्रो का करियर बर्बाद कर दिया है. इसमें चार छात्र तो ऐसे है जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कुख्यातों के बीच बेउर जेल भेज दिया गया. आईआईटी में 5900 रैंक पाने वाले राजन्य राज, कॉमेड की परीक्षा व जेईई एडवांस में पास शास्वत राज सगे भाई,प्रतिक गौतम, सिवाईएसएस बिहार के छात्र नेता मो शौकत अली पर पटना पुलिस ने इंटरमीडियट कॉन्सिल के गेट पर हुए विरोध प्रदर्शन और पथराव करने के आरोप लगा कर बेउर जेल भेज दिया गया.  

आम आदमी पार्टी बिहार सूबे की सरकार से मांग करती है, छात्रो पर हुए फर्जी मुकदमे बापस लिए जाए.

उन्होंने कहा,राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह बदहाल है. स्कूलों में नामांकन से लेकर रिजल्ट के प्रकाशन तक की सभी कड़ियों में जंग लग चुके हैं. शिक्षा को लेकर राज्य सरकार बेसुध बनी हुई है. शिक्षा-व्यवस्था में भ्रष्टाचार भी अपने चरम पर है. राजनीतिक रसूख एवं पैसे के बल पर दसवीं-बारहवीं के रिजल्ट मैनेज हो जा रहे हैं. बस जब परीक्षा की घड़ी आती है तब राज्य सरकार परीक्षा केंद्रों के आस-पास 144 धारा लगाकर शिक्षा में बहुत बड़े सुधार का दावा करती है. सरकार की शिक्षा सुधार-नीति का पहला और आख़िरी विकल्प पुलिस-तंत्र ही है जो विश्व के समस्त राज्यों एवं देशों की शिक्षा-व्यवस्था एवं शिक्षा नीतियों से बिल्कुल अलग है, अनोखा है.

सिन्हा ने दिल्ली सरकार की उपलब्धियाँ बताते हुए कहा, मात्र तीन सालों में आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने जनहित के जितने कार्य किये, उतने 70 सालों में भी किसी राज्य सरकार ने नहीं किये. शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आये हैं. सरकारी स्कूलों की शिक्षा-स्तर की गुणवत्ता का असर ऐसा है कि लोग प्राइवेट कॉनवेंट स्कूलों से अपने बच्चों का नाम कटवाकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नामांकन करा रहे हैं. दिल्लीवासियों के लिये सारी स्वास्थ्य सेवाएँ निःशुल्क उपलब्ध करा दी गई हैं. सरकारी अस्पतालों में जितने तरह के चेक-अप, दवाओं एवं ऑपरेशन की व्यवस्थाएँ हैं, वे तो हैं ही, अगर जनता को मजबूरी में प्राइवेट हॉस्पिटलों का सहारा लेना पड़ता है तो उसके खर्च भी दिल्ली सरकार वहन कर रही है.

आम आदमी पार्टी यह मानती है कि बिना सही शिक्षा के किसी भी समाज या देश के विकास की बात करना बेमानी है. इसलिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा सबसे अधिक बजट शिक्षा पर व्यय किया जा रहा है, और आज दिल्ली के स्कूलों के शिक्षा की चर्चा विदेशों तक हो रही है. विदेशी संगठन दिल्ली सरकार की शिक्षा नीतियों एवं व्यवस्था पर रिसर्च करने लगे हैं.

आम आदमी पार्टी राज्य में शिक्षा की बदहाल स्थिति में सुधार के लिए “शिक्षा बचाओं अभियान” की शुरुआत करने जा रही है. जो बिहार के हर शहर, गाँवों के कसबे-मुहल्लों में जाकर संघर्ष करेगी. पार्टी के जिला इकाई. प्रखंड समितियों के नेतृत्व में हर गाँव तक अच्छी शिक्षा के अधिकार को लेकर आम लोगों को जागरूक किया जाएगा. इस अभियान की शुरुआत में एक दिवसीय धरना के कार्यक्रम से पटना में शुरूआत करेगी.

Web Title : IN BIHAR. FROM BADAHAL TO P. G. EDUCATION SYSTEM: RAKESH SINHA