पटना: बिहार में शराबबंदी को लेकर विवाद एक बार फिर से हाशिए पर आने लगा है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के शराबबंदी को लेकर दिेए विवादित बयान के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. इसको लेकर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि डीजीपी कह रहे हैं थानों में शराब का कारोबार होता है, जब वह बड़े पद पर बैठे होने के बाद ऐसा कह रहे हैं तो फिर प्रदेश में शराबबंदी के क्या मायने ?
कांग्रेस नेता ने कहा कि डीजीपी के शराबबंदी के बयान के बाद हमने सरकार से प्रश्न करना शुरू किया है. उन्होंने कहा कि हमने प्रश्न के जरिए सरकार से शराबबंदी खत्म करने की मांग की है. वह इसलिए कि सरकार अगर शराबबंदी को सख्ती से लागू नहीं कर सकती तो उसे खत्म ही कर दे.
उन्होंने कहा कि शराब बिके लेकिन हुल्लड़बाजी करने वालों पर सख्ती बरती जाए. वहीं इस मामले पर आरजेडी ने भी कांग्रेस को समर्थन दिया है. आरजेडी विधायक राजेंद्र राम ने कहा कि जब राज्य में शराबबंदी की स्थित ऐसी हो तो बंदी का कोई फायदा है क्या ?
आरजेडी नेता ने कहा कि प्रेमचंद मिश्रा ने ने वाजिब सवाल उठाया है. सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. राज्य में हर जगह शराब बिक रही है, बल्कि पहले से ज्यादा शराब की बिक्री हो रही है. आए दिन शराब से संबंधित मामले देखने को मिलते हैं. ऐसे में शराबबंदी किस काम का.
बता दें कि पिछले दिनों बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने एक कार्यक्रम के दौरान शराबबंदी की पोल खुद ही खोल दी थी. उसका वीडियो खूब वायरल हुआ था. इसके बाद से ही बिहार में शराबबंदी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है.