बेगूसराय : 15 मार्च से अगवा 45 साल की विधवा डीलर कविता देवी का क्षत-विक्षत और टुकड़ों में बिखरा हुआ शव मिला. हत्यारों ने कविता देवी की गर्दन, पैर, हाथ, हथेली, अंगुलियों को काट कर बेरहमी से मारा डाला. फिर शवों के टुकड़े को जमीन में गाड़ दिया. कविता का शव साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के चौकी सादपुर दियारा से पुलिस ने सोमवार को बरामद किया. नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के कुसमहौत की रहने वाली कविता देवी कुसमहौत वार्ड 5 की डीलर थी.
कविता देवी के भाई दिनेश राम ने 17 मार्च को नीमाचांदपुरा में अज्ञात बदमाशों पर अपने बहन के अपहरण करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. 18 मार्च को कविता देवी के भाई दिनेश ने नीमाचांदपुरा पुलिस को आवेदन देकर गांव के ही मो. आलम उर्फ आला, उसकी पत्नी खुशबू खातून, मो. आला की मां मो. जमील, मो. जमील की बेटी रवीना खातून और उसका पति मो. सलाम और मो. आला के भाई पर अपनी बहन का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया है.
पीड़ित दिनेश राम ने बताया कि मेरी बहन कविता देवी का आरोपी मो. आला से काफी दोस्ती थी. दोस्ती के कारण ही कविता ने मो. आला को तकरीबन 25 लाख रुपए उधार दिए थे. कविता को बेटी की शादी करनी थी, जिसको लेकर वह बकाए रुपए की मांग मो. आला से लगातार कर रही थी. इसी से नाराज मो. आला और उसके परिजनों ने कविता को अगवा कर निर्दयतापूर्वक मार दिया. दिनेश ने बताया कि 15 मार्च को कविता डीलर संघ की मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए बेगूसराय पावर हाउस गई थी. उसी शाम को उसकी बहन के मोबाइल से फोन आया लेकिन शोरनुमा आवाज की वजह से बात नहीं हुई. उसके बाद मोबाइल स्वीच आॅफ हो गया. कविता देवी की दो पुत्री शिवानी, साक्षी और एक पुत्र शशि प्रकाश है.
हत्यारों ने कविता देवी के शव को कई टुकड़े में काट दिया था. शव के टुकड़ों पर तेजाब डाल दिया जिससे शव की पहचान करना नामुमकिन हो गया. हत्यारों ने कविता की हथेली और 4 अंगुली भी काट दिए थे. लेकिन एक अंगुली में मृतका की अंगूठी व हाथ में बाला मौजूद था. जिससे दिनेश ने शव की पहचान की.
दिनेश राम ने बताया कि बहन के अपहरण होने के बाद वे इसकी शिकायत लेकर नीमाचांदपुरा थाना गए जहां थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने मामला नगर थाना का बता कर वापस कर दिया. फिर वे नगर थाना पहुंचे तो यहां भी टरका दिया. सभी जगह से थक हार कर वे पूर्व विधायक सुरेन्द्र मेहता के साथ एसपी से मिले तब नीमाचांदपुरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया. लेकिन थानाध्यक्ष ने नामजद एफआईआर दर्ज करने के बदले अज्ञात बदमाशों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर दिया. पुलिस व थानेदार इस केस को गंभीरता से नहीं लिया. अगर सही से कार्रवाई करती तो उसकी बहन की जान बच सकती थी.
कविता के गायब होने के बाद दिनेश को पहला शक मो. आला पर ही था. वह रविवार के दिन कविता को खोजते हुए मो. आला की बहन रवीना खातून के घर सादपुर पहुंच गया. वहां मुखिया, सरपंच और अन्य ग्रामीणों को अपनी बहन के गायब होने की बात बताई. सोमवार की सुबह सादपुर के ग्रामीणों ने दियारे में एक महिला की क्षत विक्षत शव होने की सूचना दिनेश को दी. दिनेश मौके पर पहुंच शव की पहचान की. एएसपी मिथिलेश कुमार का कहना है कि ग्रामीणों के अनुसार, प्रेम-प्रसंग में कविता देवी की हत्या हुई है.
सादपुर दियारे के नदी किनारे और जमीन में शव के टुकड़े गड़े हुए थे. कुछ टुकड़े इधर-उधर बिखरे हुए थे. वारदात स्थल पर साहेबपुरकमाल थाना पुलिस घटना की सूचना के दो घंटे के बाद पहुंची. लेकिन पुलिस के पास शव उठाने का कोई इंतजाम नहीं था. मजबूरी में भाई व परिजनों ने अपने हाथों से शव के टुकड़े को जमा कर बोरा में बंद कर जबर्दस्ती पुलिस जीप में रखा.
एसपी आदित्य कुमार ने कहा कि डीएसपी के नेतृत्व में टीम बना कर मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. हर बिन्दू पर जांच की जा रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा या भागलपुर भेजा जाएगा. परिजन के बयान पर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही अपराधी पुलिस गिरफ्त में होंगे.