महिलाओं की आवाज बुलंद करने वाली महिला खुद हुई यौन शोषण की शिकार, नीतीश से लगाई मदद की गुहार

पटना : बाल विवाह और दहेज उत्पीड़न के खिलाफ बच्चियों और महिलाओं की आवाज बुलंद कर चर्चा में आई एक महिला खुद यौन शोषण की शिकार हो गई. अंतरराष्ट्रीय संस्था के कंट्री हेड ने उसके साथ यौन शोषण किया और जब महिला ने अपने साथ हुए जुर्म के खिलाफ आवाज उठाई तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया. पीड़ित महिला ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया.  

पीड़िता ने कहा कि मैं बिहार वॉलेंटरी हेल्थ ऐसोशियेशन में काम करती थी. यह संस्था फंडिंग के लिए युनाइटेड नेशन की संस्था UPFPA पर निर्भर है. महिला ने आरोप लगाया कि UPFPA के कंट्री हेड डियागो ने उसके साथ संबंध बनाने की कोशिश की. मेरी जान को खतरा है. तीन दिन पहले मैंने एफआईआर दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस आरोपियों की मदद कर रही है.  

महिला ने कहा कि डियागो 27 से 29 मार्च 2017 तक पटना में था. इस दौरान वह मुझसे चार बार मिला. मेरे साथ संबंध बनाने की कोशिश की. मुझे गलत तरीके से पकड़ा. मैंने इसका विरोध किया तो उसने आपत्तिजनक बातें कही. इसके बाद से वह मुझ पर लगातार संबंध बनाने का प्रेशर डाल रहा था. डियागो ने बिहार वॉलेंटरी हेल्थ ऐसोशियेशन से मिलकर साजिश रची थी. उसके कहने पर ऐसोशियेशन ने मुझ पर डियागो के पास जाने का प्रेशर डाला. मैं नहीं झुकी तो मुझे नौकरी से निकाल दिया गया.  

पीड़ित महिला ने कहा कि डियागो को विदेशी संस्था से होने के चलते इम्युनिटी प्राप्त है. उसने मुझसे कहा था कि मुझे किसी कोर्ट में पेश नहीं किया जा सकता. मैंने विदेश मंत्रालय को भी चिट्ठी लिखी है. मैंने गुहार लगाई है कि डियागो को मिली इम्युनिटी खत्म की जाए, ताकि उसे कोर्ट लाकर मुझे न्याय मिल सके. पीड़िता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से भी मामले की अलग से जांच कराने की गुहार लगाई है.

Web Title : THE FEMALE VOICE OF WOMEN ASCENDANT, A VICTIM OF SEXUAL ABUSE, NITISH HELPED THE CAVITY