सुपौल : बिहार के सुपौल जिला के डपरखा गांव स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के बच्चों के साथ शनिवार की शाम हुई मारपीट की घटना मामले में अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. चार छात्राओं को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है. छात्रावास में पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई है. रविवार को वरीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों का तांता लगा रहा. सभी ने इस घटना की निंदा की.
बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि सुपौल घटना में कार्रवाई होगी. ऐसी घटना सभ्य समाज में नहीं होनी चाहिए. वहीं, कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन भी अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने लड़कियों के इलाज पर सवाल खड़ा किया. सांसद ने कहा कि बच्चियों को अंदरूनी चोटें आईं हैं. रंजीत रंजन के अलावा बीजेपी नेता किशोर कुमार मुन्ना ने भी जिला प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न खड़े किए हैं.
वहीं, इस मामले में जेडीयू प्रवक्ता डॉ सुनील ने कहा, ´सुपौल में जो घटना घटी है वह चिंताजनक है. सरकार के संज्ञान में सारी बातें हैं. जो भी दोषी होंगे उन्हें चिन्हित कर दंडित किया जाएगा. हमारी सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है. जो भी इस तरह की घटना को अंजाम देगा वह जेल जाएगा. ´
गौतरलब है कि सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल के डपरखा कस्तूरबा गांधी विद्यालय की 40 छात्राएं जख्मी हालात में त्रिवेणीगंज रेफरल अस्पताल पहुंची. जिला प्रशासन ने इन बच्चियों को अस्पताल में भर्ती करवाया. बच्चियों का आरोप है कि स्कूल के आसपास रहने वाले कुछ असामाजिक तत्वों ने इन्हें देखकर फब्तियां कसा करते थे. विरोध करने पर उन लड़को के द्वारा स्कूल परिसर में घुसकर मारपीट की गई, जिससे वे सभी जख्मी हो गईं.
वहीं, इस पूरे मामले में वार्डन का कहना है कि बच्चियों के खेल के दौरान असामाजिक तत्वों के द्वारा अश्लील बातें कही जा रही थी. लड़कियों ने विरोध किया तो वे विद्यालय में घुसकर मारपीट करने लगे. इस दौरान जो भी लड़की सामने आकर विरोध की उसके साथ मारपीट कर जख्मी कर दिया गया.